Fellowship: रिसर्च स्कॉलर्स को नहीं मिली महीनों से फैलोशिप, लॉकडाउन में बुरा हाल

Fellowship: लॉकडाउन की वजह से घर में कैद लोगों की मदद के लिए सरकार ने करोड़ों के पैकेज की घोषणा की मज़दूरों, किसानों के खातों में फौरी तौर पर मदद राशी पहुंचाई गई। इससे उन्हें काफी राहत मिली लेकिन देश का एक बड़ा तबका ऐसा है जो लॉकडाउन में आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। उन्हें अपना घर चलाने के लिए कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। देश के रिसर्च स्कॉलर्स भी ऐसी ही समस्या से जूझ रहे हैं। जन मंथन को रिसर्च स्कॉलर्स से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार द्वारा रिसर्चर को फेलोशिप प्रदान की जाती है जिससे वे अपना रिसर्च का काम करते हैं। इस राशी से वे अपनी सभी ज़रुरतें पूरी करते हैं। लगभग पांच- छह माह से सरकार द्वारा यह राशी प्रदान नहीं की गई है जिससे उन्हें कई मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।

कई रिसर्च स्कॉलर आर्थिक रुप से सक्षम नहीं है वे सरकार द्वारा मिलने वाली फेलोशिप पर ही ज़रुरी खर्चों के लिए निर्भर हैं। ऐसे में सरकार द्वारा कई महीनों से फेलोशिप को रोके रखना चिंताजनक है। लॉकडाउन में यह स्थित और गंभीर हो चुकी है।

NET-JRF प्राप्त प्रवीन कुमार ने जन मंथन को बताया कि पिछले 3 महीनों से उन्हें फेलोशिप नहींं मिली है। ऐसे और भी कई छात्र हैं जिन्हें फेलोशिप नहीं दी जा रही है। इस कठिन समय में सभी रिसर्च स्कॉलर्स सरकार से इस समस्या का जल्द से जल्द निवारण करने की अपील कर रहे हैं।

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