Health Budget 2025: जिला अस्पतालों में डे केयर कैंसर सेंटर की सौगात, क्या होगा इसमें काम, जानें आमजन कैसे मिलेगा लाभ
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Health Budget 2025: निर्मला सीतारमण संसद में अपना 8वां बजट और मोदी सरकार 3.0 का पहले बजट पेश किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, जिला अस्पतालों में 200 कैंसर डे-केयर सेंटर खोले जाएंगे. ताकि इससे कैंसर मरीजों की खास…और पढ़ें
Health Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार 3.0 का अपना 8वां बजट पेश किया. भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने कहा, कि हमारा फोकस ‘GYAN’ यानी गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति पर है. बजट भाषण के बीच वित्त मंत्री ने कई बड़े ऐलान किए, जिसमें कैंसर डे केयर सेंटर खोले जाने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा अगले 3 साल में सभी जिला अस्पतालों में कैंसर डे केयर सेंटर खुलेंगे. 2025-26 में 200 केंद्र स्थापित किए जाएंगे. ऐसा करने के पीछे की खास वजह कैंसर पीड़ितों की खास देखभाल करना है.
बता दें कि, कैंसर खतरनाक और जानलेवा बीमारियों में से एक है. इससे पीड़ित मरीज और उसके घरवालों को आर्थिक के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक नुकसान होता है. आम लोगों की सहूलियत को देखते हुए सरकार की ओर से सभी जिला अस्पतालों में डे-केयर स्थापित की जाएगी. इसके जरिए आमजन को ठीक होने के साथ समय और पैसे बचाने में मदद मिलेगी. अब सवाल है कि आखिर क्या होता है डे केयर सेंटर? अस्पतालों में क्या काम करेंगे डे केयर कैंसर सेंटर? इस बारे में News18 को बता रहे हैं उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस) सैफई, इटावा के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सिद्धार्थ कुमार-
क्या होता है डे-केयर और कैसे करता है काम?
डॉ. सिद्धार्थ बताते हैं कि, डे केयर सेंटर कीमोथेरेपी इन्फ्यूजन की सुविधा देते हैं. इसके तहत हम दिन में मेडिकल सुविधा देते हैं. इसको किसी निजी लाउंज या कॉमन एरिया में दिया जा सकता है. डे केयर सेंटर रोगियों और उनके परिवारों को कैंसर की चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए परामर्श और अन्य सहायता प्रदान करते हैं. डे केयर सेंटर रोगियों को साइड इफेक्ट को मैनेज करने में मदद कर सकते हैं. इस दौरान डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पानी की बोतल यानी आईवी फ्लूड दिया जाता है.
दवाओं पर भी छूट मिलेगी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार 36 जीवनरक्षक दवाओं को बेसिक कस्टम ड्यूटी से पूरी छूट देगी. कहा, कैंसर, क्रोनिक या अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए मैं 36 जीवन रक्षक दवाओं और औषधियों को मूल सीमा शुल्क से पूरी तरह छूट वाली दवाओं की सूची में जोड़ने का प्रस्ताव करती हूं. साथ ही, 6 जीवनरक्षक दवाएं को 5 प्रतिशत अट्रैक्टिव कंसेशनल कस्टम ड्यूटी की लिस्ट में भी शामिल किया गया है.
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February 01, 2025, 14:00 IST