Heatwave In Maharashtra Cases Of Heatstroke Increases Within Three Months


Heatwave In Maharashtra: महाराष्ट्र में पहली बार गर्मियों के मौसम में केवल 3 महीनों में 2000 से ज्यादा संदिग्ध हीटस्ट्रोक के मामले दर्ज हुए हैं. इस साल गर्मियों के कारण मुंबई समेत कई जिलों में हीटवेव के कारण लोग हीटस्ट्रोक के शिकार हुए थे. अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या ग्लोबल वार्मिंग का बढ़ता प्रकोप इसके पीछे का कारण है. चलिए आपको बताते हैं इससे जुड़ी कई अहम बातें. 

एबीपी न्यूज़ के डेटा से पता चला है कि पहली बार भीषण गर्मी के कारण 2 हजार से ज्यादा लोग संदिग्ध लू के शिकार हुए हैं. वहीं, कई लोगों की मौत भी हुई है. क्लाइमेट एक्टिविस्ट और एडवोकेट गिरीश राउत ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि उन्होंने पिछले कई सालों से कई रिपोर्ट्स पढ़ी हैं जिसमें बताया जा रहा है हर वर्ष 0.2 डिग्री धरती का तापमान बढ़ रहा है. इसी कारण ग्लेशियर पिघल रहे हैं और गर्मी बढ़ रही है.

क्या है गर्मी बढ़ने का कारण?

गिरीश राउत ने बताया कि आज के समय में 200 से ज्यादा गाड़ियां सड़क पर हैं. बिजली के कोयले सीमेंट से जो बनाए जा रहे हैं. लोग विकास के नाम पर पर्यावरण को हानि पहुंचा रहे हैं. उन्होंने लोगों को सलाह दी कि मिट्टी के घरों में रहें. जितना हो सके गाड़ियों का इस्तमाल न करें. ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाएं. ऐसा करने से धरती के बढ़ते तापमान को काबू में लाया जा सकता है. 

हीटवेव के मामलों में बढ़ोतरी 

2019 में हीटवेव के कारण कुल 9 लोगों की मौत के मामले सामने आए थे. 2020 और 2021 में कोई मामला सामने नहीं आया. वहीं, 2022 में 767 मरीज अस्पताल में दर्ज कराए गए और 31 मौतें दर्ज हुईं. 2023 में आंकड़ा तेजी से बढ़ा है. इस दौरान 1477 मरीज भर्ती कराए गए और 12 लोगों की मौत हो गई. 2023 के मार्च महीने में हीटवेव के मरीजों की संख्या 264, अप्रैल महीने में 985, मई महीने में 940 दर्ज हुई. कुल 2189 संदिग्ध मामले दर्ज हुए. इसमें सबसे ज्यादा मामले रायगढ़, वर्धा, बुलढ़ाना से सामने आए हैं. 

हीटवेव के बीच डॉक्टरों की सलाह 

डॉक्टर और एसोसिएट प्रोफेसर इन मेडिसिन डॉक्टर विनायक सवारडेकर ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि पिछले तीन महीनों में मुंबई से ज्यादा मराठवाड़ा और विदर्भ इलाकों में भीषण गर्मी देखी गई है. जिस वजह से कई लोग लू के शिकार हुए हैं. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि गर्मी बढ़ने पर पानी पीते रहें. ऐसा कुछ न खाएं जिससे शरीर का तापमान बढ़ जाए. तबीयत बिगड़ने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. 

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