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Hindu Muslim Divorce Rate: इन दिनों तलाक की खबरें खूब देखने को मिल रही हैं. इसमें नया नाम जुड़ा है भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और उनकी पत्नी धनश्री वर्मा का, खबरें हैं कि दोनों के बीच रिश्ता ठीक नहीं चल रहा है और दोनों जल्द ही तलाक की आधिकारिक घोषणा भी कर सकते हैं. अगर सेलिब्रिटीज में बात की जाए तो पिछले कुछ सालों में कई लोगों ने अलग होने का फैसला लिया है.
इंडियन क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी हसीन जहां से तलाक ले चुके हैं. शिखर धवन का भी तलाक हो चुका है. तो वहीं हाल में खबर आई थी कि म्यूजिक माएस्ट्रो ए आर रहमान भी अपनी पत्नी से तलाक ले रहे हैं. चलिए आपको बताते हैं. हिंदू या मुस्लिम भारत में किस धर्म के लोग लेते हैं सबसे ज्यादा तलाक.
हिंदू या मुस्लिम किस में ज्यादा होते हैं तलाक?
भारत की कुल आबादी 140 करोड़ से ज्यादा है. लेकिन साल 2011 में हुई जनसंख्या के वक्त यह आबादी 121 करोड़ थी. साल 2011 की जनसंख्या के मुताबिक अगर हिंदुओं और मुसलमान में डायवोर्स रेट को देखा जाए. तो इसमें मुस्लिम धर्म के लोग आगे हैं. हर 1000 में से पांच महिलाएं डाइवोर्स लेती हैं. वहीं अगर हिंदू में बात की जाए तो यह आंकड़ा लगभग आधा है. वहीं अगर अलगाव की बात की जाए तो हजार मुस्लिम महिलाओं में यह 6.5% है. वहीं हिंदू महिलाओं में यह 6.9% है.
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2011 की जनगणना के आधार पर बात की जाए तो 1 लाख मुस्लिम पुरुषों में से 1590 पुरुष तलाकशुदा होते हैं. तो वहीं हिंदुओं में यह आंकड़ा 1470 है. महिलाओं की बात की जाए तो एक लाख मुस्लिम महिलाओं में 5630 महिलाएं तलाकशुदा हैं. जबकि हिंदू महिलाओं में यह आंकड़ा 2600 है. यानी आंकड़ों के आधार पर देखें तो मुसलमानों में तलाक के मामले इस ज्यादा हैं.
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इस धर्म में होते हैं सबसे ज्यादा तलाक
जहां हमने आपको हिंदू और मुस्लिम धर्म में डायवर्स रेट के बारे में बताया. लेकिन भारत में सबसे ज्यादा तलाक के मामलों की बात की जाए तो वह ना हिंदुओ में है ना वह मुसलमानों में है. बल्कि ईसाई और बौद्ध धर्म में यह आंकड़े सबसे ज्यादा हैं. ईसाई और बौद्ध धर्म में डाइवोर्स और अलगाव के आंकड़ों की बात की जाए तो यह हिंदुओं और मुसलमानों से लगभग डबल हैं. जहां हिंदुओं में डाइवोर्स और अलगाव रेट 1000 में से 9.1 है. तो वहीं मुसलमानों में 11.7 है. तो ईसाई धर्म में यह 16.6 है और बौद्ध धर्म में 17.6 हैं.
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