How To Clean Colon, Symptoms Of Intestinal Upset – आंतों की गंदगी बाहर करने के लिए रोजाना करें ये योगासन, कोलोन रहेगा साफ


आंतों की गंदगी बाहर करने के लिए रोजाना करें ये योगासन, कोलोन रहेगा साफ

Symptoms of upset stomach : पेट की खराबी का असर आपके चेहरे पर भी नजर आता है.

Aant ke safai kaise karen : अगर आप अपनी पाचन क्रिया (digestive system) तेज करना चाहते हैं,तो अपनी आंतों को मजबूत रखना जरूरी होता है. आंत को ठीक रखने के लिए आप अपने खान-पान में सही रखें और योग करें. आज हम आपको यहां पर कुछ ऐसे योगासनों (Yogasan for intestinal health) के बारे में बताएंगे, जो आंत में जमी गंदगी को एकबार में क्लीन कर सकते हैं. इन 3 नुस्‍खों को अपनाकर सफेद बालों को जड़ से कर सकती हैं काला

आंत की गंदगी कैसे करें साफ – How to clean intestinal dirt

यह भी पढ़ें

उत्तानासन – इस आसन को करने से आपकी आंत मजबूत होगी. इससे रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आएगा. यह आपका दिमाग भी शांत रखता है. इससे कब्ज की बीमारी भी दूर होती है. 5 से 10 मिनट रोज योग करना चाहिए. 

Latest and Breaking News on NDTV

त्रिकोणासन– आंतों की गंदगी को साफ करने के लिए आपको त्रिकोणासन करना चाहिए. इससे पाचन क्रिया में सुधार होता है. नियमित रूप से त्रिकोणासन का अभ्यास करने से छाती, गर्दन, कूल्हों और कंधों की स्ट्रेचिंग होती है.

Latest and Breaking News on NDTV

कपोतासान – इस योगासन को करने से आपकी पाचन क्रिया में सुधार होता है. इससे मांसपेशियों में फैलाव होता है. इससे रीढ़ की हड्डी में होने वाले स्ट्रेस को कम किया जा सकता है. 

आंत खराब होने के लक्षण – symptoms of intestinal upset

  • लंबे समय तक बिना खाए रहने के बाद भी आपको खाने का मन न हो,भूख ना लगे तो समझिए पाचन तंत्र में गड़बड़ी है.
  • अगर आपकी जीभ पर सफेद रंग की मोटी परत जम रही है, तो ये भी पाचन तंत्र में खराबी के लक्षण हो सकते हैं
  • अगर आपको हर समय पेट फूलने, पेट में दर्द, या कुछ खाने पर उल्टी मतली जैसा महसूस होना, साथ ही मल त्याग में परेशानी का सामना करना पड़ता है, तो ये बड़ा संकेत है आंतों खराब होने का.
  • अगर आपको दर्द या डकार लेने पर सीने में हल्की चुभन महसूस हो रही है, तो ये भी खराब पाचन के संकेत हो सकते है.
  • वहीं, पेट की खराबी का असर आपके चेहरे पर भी नजर आता है. इसके कारण फेस पर पस वाले पिंपल निकल आते हैं. इससे एक्जिमा, सोरायसिस जैसी परेशानी भी बढ़ जाती है.

 अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Mahashivratri 2024: इस साल कब है महाशिवरात्रि का पर्व, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि



Source link

x