I Was Sexually Assaulted By Powerful Men In Parliament…, Alleges Australian Lawmaker Lidia Thorpe – मुझ पर संसद भवन के भीतर यौन हमला किया गया…, ऑस्ट्रेलियाई महिला सांसद लिडिया थोर्प
सिडनी (ऑस्ट्रेलिया):
एक ऑस्ट्रेलियाई महिला सांसद ने गुरुवार को विस्तृत आरोप लगाए कि देश की संसद में उन पर यौन “हमला” किया गया था, और यह इमारत महिलाओं के काम करने के लिए “सुरक्षित स्थान नहीं” है.
यह भी पढ़ें
भीगी आंखों से सीनेट को संबोधित करते हुए निर्दलीय सांसद लिडिया थोर्प ने कहा कि उन पर ‘यौन संबंधी टिप्पणियां’ की गईं, सीढ़ियों में घेर लिया गया, “अनुचित तरीके से छुआ गया” और “ताकतवर पुरुषों” ने उनके सामने “प्रस्ताव” रखे.
दरअसल, लिडिया थोर्प ने बुधवार को एक साथी सीनेटर पर उन पर ‘यौन हमला’ करने का आरोप लगाया था, हालांकि संसदीय प्रतिबंध के खतरे के चलते उन्हें वह टिप्पणी वापस लेने के लिए विवश होना पड़ा था.
गुरुवार को लिडिया थोर्प ने लिबरल पार्टी के सांसद डेविड वैन के खिलाफ अपने आरोपों को दोहराया, जबकि डेविड वैन ने दावों का सख्ती से खंडन किया है. वैन ने स्थानीय मीडिया से बातचीत में कहा कि वह आरोपों से “टूटा हुआ और पस्त” महसूस कर रहे हैं, और आरोप “पूरी तरह असत्य” हैं. लिबरल पार्टी ने लिडिया थोर्प के दावों के बाद गुरुवार को डेविड वैन को निलंबित कर दिया है.
ऑस्ट्रेलिया में लागू गंभीर मानहानि कानूनों के तहत इस तरह के आरोपों से सांसदों को संरक्षण दिया जाता है, लेकिन लिडिया थोर्प ने बताया कि डेविड वैन ने इस मामले में वकीलों को नियुक्त किया था और उन्हें संसदीय नियमों को शुरू करवाने के लिए अपने केस को फिर शुरू करना पड़ा.
यह कहते हुए कि “यौन उत्पीड़न” का मतलब अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग हो सकता है, लिडिया थोर्प ने कहा कि उनके अनुभव ऑस्ट्रेलियाई लोकतंत्र की परीक्षा लेने जा रहे हैं. लिडिया ने कहा, “मैंने जो तजुर्बा किया, वह था मेरा पीछा किया जाना, बार-बार आक्रामक तरीके से ‘प्रस्ताव’ रखा जाना और अनुचित ढंग से छुआ जाना…” उन्होंने सांसदों से कहा, “मैं ऑफ़िस के दरवाज़े से बाहर निकलने से डरती थी… मैं दरवाज़ा थोड़ा-सा खोलती थी और रास्ता साफ़ देखकर ही बाहर निकलती थी…”
लिडिया थोर्प ने कहा, “यह इस हद तक पहुंच गया था कि जब भी मैं इस इमारत के अंदर जाती थी, किसी न किसी को अपने साथ रखती थी…” लिडिया ने यह दावा भी किया, “मुझे पता है कि ऐसे अन्य लोग भी हैं, जिन्होंने इन्हीं चीज़ों का अनुभव किया है, लेकिन वे अपने करियर के हित में सामने नहीं आए हैं…”