I Will Not Go Back To BJP Even If The Door Is Opened: Uddhav Thackeray Also Commented On PM Modi – दरवाजा खोलने पर भी भाजपा के पास वापस नहीं जाऊंगा : अलीबाग की रैली में बोले उद्धव ठाकरे


दरवाजा खोलने पर भी भाजपा के पास वापस नहीं जाऊंगा : अलीबाग की रैली में बोले उद्धव ठाकरे

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने कहा कि अगर भाजपा ने 10 साल तक काम किया होता तो विभाजन की नौबत नहीं आती.

अलीबाग:

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि भले ही भाजपा उनके लिए दरवाजा खोले, लेकिन वह अपने पूर्व सहयोगी के पास वापस नहीं जाएंगे. ठाकरे ने इसके साथ ही सत्तारूढ़ दल पर ‘विश्वासघात’ कर 2022 में उनकी सरकार को गिराने का आरोप लगाया. ठाकरे ने महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग में एक रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि अगर भाजपा लोकसभा चुनाव जीतती है, तो भारत के साथ-साथ चीन में भी पटाखे फोड़े जाएंगे क्योंकि नई दिल्ली में एक ‘डरपोक’ सरकार होगी. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी पर भाजपा की आलोचना की कि पाकिस्तान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भारत का अगला प्रधानमंत्री बनाने के लिए उत्सुक है.

यह भी पढ़ें

उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा चुनाव के दौरान पाकिस्तान का नाम लेकर भय फैलाने का सहारा ले रही है. पुंछ आतंकी हमले का जिक्र करते हुए ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह वहां नहीं जाएंगे, बल्कि उन्हें (ठाकरे को) नेस्तनाबूद करने के लिए महाराष्ट्र आएंगे. अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र में मतदान से पहले शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवादियों ने भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के काफिले पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें एक सैनिक की मौत हो गयी, जबकि चार घायल हो गए.

ठाकरे ने कहा, ‘‘भले ही दरवाजे खुले हों, जो चाहो करो. मैं आपके पास नहीं आऊंगा, और आपके पास वापस आने की कोई आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि आप वहां (सत्ता में) नहीं रहेंगे.” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को 2022 में ‘‘विश्वासघात” करके गिरा दिया गया था. राज्य में ठाकरे के नेतृत्व वाली तत्कालीन महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार जून 2022 में उस वक्त गिर गयी थी, जब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अविभाजित शिवसेना में विद्रोह का बिगुल बजाया और मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा से हाथ मिलाया.

पिछले हफ्ते एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा था कि वह शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के बेटे के रूप में उद्धव ठाकरे का सम्मान करेंगे और अगर वह संकट में हैं तो उनकी मदद करने वाले पहले व्यक्ति होंगे. ठाकरे ने कहा कि मोदी ने अब तक लोगों को केवल दर्द दिया है, लेकिन अगर लोग कहते हैं कि वे उनकी सरकार के काम से खुश हैं तो वह (उद्धव) उनके लिए प्रचार करने को तैयार हैं.

महाराष्ट्र में शिवसेना और राकांपा में उथल-पुथल का जिक्र करते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने कहा कि अगर भाजपा ने 10 साल तक काम किया होता तो विभाजन की नौबत नहीं आती. उन्होंने भाजपा पर महाराष्ट्र के प्रति नफरती विचार रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2019 में राजग को 40 से ज्यादा सांसद देने के बावजूद राज्य के साथ धोखा किया गया. रायगढ़ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में सत्तारूढ़ महायुति के सुनील तटकरे का मुकाबला शिवसेना (यूबीटी) के अनंत गीते के साथ है. वहां सात मई को मतदान होगा.



Source link

x