Icmr New Dietary Guidelines For Indians Apke Khane Ki Thali Me Kya Hona Chaiye Health Tips
इन गाइडलाइन को ‘दिन की मेरी थाली’ के नाम का टाइटल दिया गया है. जिसमें सब्जियां, फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, जड़ें और कंद जैसे फूड आइटम्स शामिल हैं जिनसे शरीर को जरूरी फाइबर मिलने में मदद मिलती है.
डाइट में अनाज की मात्रा सीमित होनी चाहिए इसके साथ आपकी डाइट में दूसरी डाइट जो ज्यादा होना चाहिए वो है अनाज और बाजरा. इसके बाद डाइट में डालें, मीट आइटम्स, अंडे, मेवे, तिलहन, दूध और दही शामिल होते हैं. वहीं एक थाली में 45 प्रतिशत तक अनाज जबकी बाकी पोर्शन में दालों, अंडे और मीट जैसे फूड आइटम्स शामिल होने चाहिए. कुल ऊर्जा प्रतिशत लगभग 14 से 15% होना चाहिए.
इसके अलावा 30 परसेंट एनर्जी के लिए फैट वाली चीजें शामिल होनी चाहिए. जबकि नट्स, तिलहन, दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स प्रति दिन कुल एनर्जी का 8-10% प्रतिशत होना चाहिए. इसके अलावा रोजाना डाइट में चीनी, नमक और फैट को कम करने के लिए ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियां खानी चाहिए. इसके अलावा प्रेगनेंट और ब्रेस्ट फीडिंग करवाने वाली महिलाओं को अपनी डाइट में दूध, अंडे और मांस खाने की सलाह दी गई है.
इसके अलावा आईसीएमआर की जारी बुकलेट में साफ बताया गया है कि अनाज हर दिन टोटल एनर्जी का 50 से 70% होता है. दालें, मांस और मछली मिलकर हर दिन कुल एनर्जी सेवन का 6 से 9% योगदान करते हैं. इसके साथ ही रोजाना एक्सरसाइज करने की भी सलाह दी.
बच्चों के लिए गाइडलाइन्स
वहीं ICMR की जारी नई गाइडलाइन्स में बच्चों के लिए भी डाइटरी एडवाइज है.
गाइडलाइंस के मुताबिक बच्चों का एक बड़ा हिस्सा कुपोषण का शिकार हो रहा है. वहीं कई ऐसे भी राज्य हैं जिनमें अधिकतर बच्चे मोटापा, डायबिटीज की बीमारी से जूझ रहे हैं. रिसर्च में सामने आया है कि अनहेल्दी, ज्यादा फैट, चीनी और नमक खाने से हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है.
कैसा खाना खाना चाहिए
एक बैलेंस डाइट में 45 प्रतिशत से अधिक कैलोरी नहीं होनी चाहिए. इसमें दाल, बीन्स और मांस से 15 प्रतिशत की कैलोरी मिलनी चाहिए.रिपोर्ट में सब्जियां,फल और हरी पत्तियां ज्यादा से ज्यादा खाने की सलाह दी गई है. दूसरा बड़ा हिस्सा अनाज और बाजरे का है. इसके बादल दालें, नॉन वेज, अंडे, मेवे और तिलहन और दूध खाना चाहिए.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)