If You Wake Up Intermittently At Night And Do Not Wake Up Till Late At Night How To Increase Sleep Quality Naturally Tips To Improve Night Sleep
वीकेंड पर भी सोने और जागने का एक समय तय करें. रेगुलर सोने-जागने का पैटर्न आपके शरीर की इंटरनल क्लॉक को कंट्रोल करता है, जिससे स्वाभाविक रूप से सोना और जागना आसान हो जाता है.
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2. सोते समय आरामदेह रूटीन बनाएं
सोने से पहले शांत करने वाली एक्टिविटीज करें. जैसे पढ़ना, गर्म पानी से स्नान करना या गहरी सांस लेना या ध्यान जैसी आरामदायक स्ट्रेटजी अपनाना. स्लीप रूटीन आपके शरीर को संकेत देता है कि यह आराम करने का समय है.
3. सोने से पहले स्क्रीन से बचें
सोने से कम से कम एक घंटे पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों (स्मार्टफोन, टैबलेट, कंप्यूटर, टीवी) से बचें, क्योंकि इससे निकलने वाली नीली रोशनी मेलाटोनिन प्रोडक्शन में बाधा डाल सकती है. स्क्रीन पर कम एक्सपोजर मेलाटोनिन को बढ़ावा देता है, ये एक हार्मोन है जो सोने और जागने के चक्र को कंट्रोल करता है.
4. आरामदायक नींद का माहौल बनाएं
अपने बेडरूम को ठंडा, शांत और अंधेरा रखें. आरामदायक गद्दे और तकिए खरीदें. एक आरामदायक नींद का वातावरण बनाएं, जिससे आपकी नींद आने और रात भर सोते रहने की क्षमता बढ़ती है.
5. अपनी डाइट से कुछ चीजें हटा दें
कैफीन और निकोटीन का सेवन कम करें, खासकर दोपहर और शाम को. सोने से पहले हैवी चीजें खाने से बचें. कैफीन नींद की शुरुआत में बाधा डाल सकते हैं और स्लीप साइकिल को रिस्ट्रिक्ट कर सकती है.
6. दिन के दौरान सक्रिय रहें
रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी को बनाए रखें, लेकिन सोने से पहले जोरदार व्यायाम से बचें. रेगुलर एक्सरसाइज तनाव और चिंता को कम करके बेहतर नींद की गुणवत्ता को बढ़ावा देता है, साथ ही सोने और जागने के चक्र को रेगुलेट करने में मदद करता है.
7. दिन के दौरान झपकी न लें
अगर आपको झपकी लेनी ही है, तो इसे कम (20-30 मिनट) रखें और दिन में देर तक झपकी लेने से बचें. दिन में ज्यादातर झपकी नाइट स्लीप पैटर्न को रिस्ट्रिक्ट कर सकती है, जिससे सोने में कठिनाई हो सकती है और स्लीप क्वालिटी कम हो सकती है.
How Sleep Deprivation Affects Your Heart | क्या कम नींद दिल को प्रभावित करती है? | World Heart Day
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)