Illegal Indian immigrants deported from America reached Amritsar airport in India know why USA uses Army C 17 aircraft every time
अमेरिका द्वारा भेजे गए अवैध भारतीय प्रवासियों का पहला जत्था आज अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचा है. जहां प्रशासन द्वारा इन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू होगी. बता दें कि अमेरिका ने इन अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट करने के लिए यूएस आर्मी के C-17 विमान का इस्तेमाल किया है. अब सवाल ये है कि अमेरिकी सेना डिपोर्ट से लेकर रेस्क्यू तक अक्सर इस खास C-17 विमान का इस्तेमाल क्यों करता है. आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे.
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क्या है मामला ?
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी नीतियों के तहत अमेरिका से अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट कर रहे हैं. इसी क्रम में 104 अवैध भारतीय प्रवासियों का पहला जत्था 5 फरवरी के दिन अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचा है. अमेरिका ने इन प्रवासियों को सेना के खास C-17 विमान से भेजा है. वहीं इस विमान की चर्चा इसलिए भी हो रही है, क्योंकि अक्सर अमेरिका C-17 विमान के जरिए ही रेस्क्यू और डिपोर्ट करता है.
कितना खास है ये विमान?
अब सवाल ये है कि अमेरिका का ये विमान C-17 विमान इतना खास क्यों है? बता दें कि अमेरिकी सेना के C-17 विमान का इस्तेमाल रेस्क्यू और डिपोर्ट में करने के पीछे इसके अंदर की जगह है. जानकारी के मुताबिक इस सैन्य विमान में आराम से 300 लोग सवार हो सकते हैं. यह विमान 174 फीट (53 मीटर) लंबा है और इसके पंखों का फैलाव 169 फीट और 10 इंच (51.75 मीटर) है. विमान को संचालित करने के लिए चार F117-PW-100 इंजन लगे हैं. यह इंजन कमर्शियल प्रैट एंट व्हिटनी PW20240 इंजन का सैन्य नाम है.
सैन्य कार्यक्रमों में इस विमान का इस्तेमाल
अमेरिकी सेना सैन्य कार्यक्रमों में भी C-17 विमान का इस्तेमाल करती है. दरअसल यू.एस. आर्मी गोल्डन नाइट्स पैराशूट प्रदर्शनों और एयर शो के लिए C-17 विमान का उपयोग करते हैं. C-17 एक फिक्स्ड-विंग विमान है. जो ऑपरेशन में बेहतर सुरक्षा और विश्वसनीयता प्रदान करता है. इस विमान का डिजाइन ही इसे मजबूत और ठोस बनाता है. जिस कारण ये एक साथ बड़ी संख्या में लोगों को लेकर उड़ान भरने में सक्षम है.
लंबी दूरी का सफर करने में सक्षम
बता दें कि सैन्य विमान C-17 को उसकी क्षमता और लंबी दूरी के सफर के कारण भी जाना जाता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ये विमान अत्यधिक भार के बावजूद लंबी दूरी का सफर आसानी से पूरा कर सकता है. अमेरिका ने इस विमान का इस्तेमाल कोविड के समय ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति के लिए भी किया था. यही कारण है कि अमेरिका सेना अक्सर इस विमान का इस्तेमाल रेस्क्यू समेत डिपोर्ट मिशन के लिए करता है.
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