India-China News: भारत की बड़ी जीत, LAC के इन दो फ्रंट पर 4 साल पहले वाला होगा माहौल, बफर जोन पर बड़ा फैसला – India China LAC Depsang Demchok year 2020 condition Patrolling Start latest development


नई दिल्‍ली. भारत और चीन के बीच लद्दाख से लगते वास्‍तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जल्‍द ही साल 2020 से पहले की स्थिति बहाज हो जाएगी. दोनों देशों के बीच के बीच LAC से जुड़े विवाद को निपटाने पर सहमति बन गई है. सूत्रों के मुताबिक, देपसांग और डेमचोक में फिर से पेट्रोलिंग शुरू होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स समिट के लिए रूस में होंगे और उस दौरान पिछले 4 साल से ज्यादा से पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध खत्म होने का ऐलान होगा. विदेश मंत्रालय ने LAC पर पेट्रोलिंग को लेकर आम सहमति बननने की बात कही है. LAC के उन जगहों पर जहां पिछले चार साल से दोनों देशों की सेना के बीच तनाव और गतिरोध चल रहा था, अब उस पर पूर्णविराम लग जाएगा. देपसांग और डेमचोक में फिर से पेट्रोलिंग शुरू होगी जो कि साल 2020 के बाद से बंद थी.

देपसांग और डेमचोक के अलावा चार बफर पॉइंट पर भी पेट्रोलिंग को लेकर बातचीत जारी है. सूत्रों के मुताबिक, पिछले महीने हुए WMCC (Working Mechanism for Consultation & Coordination) की बैठक के बाद से ही दोनों देशों के बीच राजनयिक और सैन्य स्तर की वार्ता शुरू हो गई थी. खास बात यह है कि यह वार्ता लगातार जारी है. पिछले एक महीने से लगातार दोनों देश के अधिकारियों ने LAC पर जारी गतिरोध को कैसे दूर करें उस पर चर्चा और मंथन कर रहे थे. सूत्रों की मानें तो यह वार्ता अब तक के होने वाली कोर कमांडर स्तर की बातचीत से अलग थी.

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बाकी बफर ज़ोन में भी पेट्रोलिंग
देपसांग प्लेन और डेमचोक का विवाद दशकों पुराना है, जिसे सुलझाने के लिए कई बार कोशिशें हुई थीं, पर उसका कोई नतीजा नहीं निकला सका था. साल 2020 के विवाद के दौरान उन इलाकों पर भी पेट्रोलिंग होनी बंद हो गई, जहां तक पहले हुआ करती थी. पिछले तकरीबन साढ़े चार साल से दोनों देशों की सेनाएं इन इलाकों में तैनात हैं और इस वजह से डिसएंगेजमट नहीं हो सका. सूत्रों की मानें तो अब इन इलाकों में साल 2020 से पहले की पेट्रोलिंग को लेकर फिर से सहमती बन गई है. कोर कमांडर के बीच बातचीत के लंबे दौर के बाद ऐसे फ्रिक्शन प्वाइंट जो कि चीनी PLA ने पूर्वी लद्दाख में तैयार किए थे, उन सबमें डिसएंगेजमट हो चुका है. हालांकि, यहां अभी पेट्रोलिंग पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. नए बफर ज़ोन के तौर पर इन इलाकों को स्थापित किया.

दोनों देशों के लिए फायदा
सबसे पहले पैंगोग एरिया यानी फिंगर एरिया फिर गलवान के पीपी-14 उसके बाद गोगरा में पीपी-17 और फिर हॉट स्प्रिंग एरिया में पीपी-15 से दोनों देशों के सैनिक पीछे हटे. सूत्रों के मुताबिक इन पेट्रोलिंग पॉइंट पर भी फिर से पेट्रोलिंग शुरू करने को लेकर सहमति बन रही है. यहां पेट्रोलिंग बंद है. चूंकि चीन की फ़ितरत से भारत क्या पूरा देश वाकिफ है, क्योंकि वो जो करता है उसके पीछे उसकी क्या सोच है ये किसी को नहीं पता. पूर्वी लद्दाख में अगर सारे विवाद सुलझा लिए जाते हैं तो ये दोनों देशों के लिए बेहतर होगा.

Tags: India china border dispute, National News



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