International Yoga Day 2023: Teenager Girls Should Start This Yoga From Today Itself, These Diseases Caused By Women Will Always Stay Away
Yoga for Teenage girls: यूं तो योग सभी के लिए फायदेमंद हैं लेकिन इसका लाभ कुछ ऐसी समस्याओं में भी होता है जिनमें बाकी उपाय ज्यादा काम नहीं आते हैं. चौदह से पंद्रह वर्ष की लड़कियों में मेंटल और फिजिकल लेवल पर कई बदलाव आने लगते हैं. यह वह समय है जब तय होता है कि जीवन भर उनकी सेहत कैसी रहेगी. टीनएज (Teenage girls) में कदम रखते हर लड़कियों को कुछ खास योगासनों को अभ्यास शुरू कर देना चाहिए. उन्हें सर्वांगासन, नौकासन और सूर्य नमस्कार को अपने रूटीन में शामिल करना चाहिए. इनसे वे कई तरह की हेल्थ संबंधी समस्याओं से हमेशा के लिए बच सकती हैं.
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सर्वांगासन से फायदे (Benefits of Sarvangasana)
माना जाता है कि सर्वांगासन महिलाओं के फिजिकल अपीयरेंस को कंट्रोल करने वाले थायराइड ग्लैंड को स्टिम्युलेट करता है. लड़कियों के सही फिजिकल डेवलपमेंट के लिए थायराइड ग्लैंड का सही तरीके से काम करना जरूरी है. इससे स्किन संबंधी समस्याएं कम होती हैं. इसके साथ ही सर्वांगासन का असर यूट्रस पर भी पड़ता है. एक हेल्दी यूट्रस से महिलाओं की ओवरऑल हेल्थ को ठीक रखने में बड़ी भूमिका निभाता है.
नौकासन के फायदे | Benefits of Naukasana
नौकासन या बोट पोज भी टीनएज गर्ल्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण योगा पोज है. इससे महिलाओं की सेहत से रिलेटेड कई फायदे होते हैं. इससे यूट्रस के लिंगामेंट्स को मजबूती मिलती है.
सूर्य नमस्कार से लाभ (Benefits of Surya Namaskar)
सूर्य नमस्कार ग्लैंड्स के एंडोक्राइन सिस्टम को बैलेंस रखने में मदद करता है. इससे किसी तरह की अनियमितता दूर हो जाती है. इस योगा पोज को करने से मेंस्ट्रुअल साइकिल रेगुलर होने में मदद मिलती है.
इन योगासनों को कैसे करना है जानिए? | Know How To Do These Yogasanas?
सर्वांगासन (Sarvangasana)
सर्वांगासन करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और अब पैरों को नब्बे डिग्री के एंगल में ऊपर ले जाएं. पैरों को ऊपर उठाते रहे जब तक चिन चेस्ट से न सट जाए. अपनी बॉडी को अपने कंधों पर संतुलित करें. इस पोज में कुछ देर रहने के बाद धीरे धीरे वापस लेटने की मुद्रा में आ जाएं.
नौकासन (Naukasana)
नौकासन करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं. अपने दोनों पैरों को सटाकर रखें और सांस लेते हुए धड़ और पैरों को ऊपर उठाएं. अपने हाथों को पैरों की ओर बढ़ाए. थोड़ी देर इस मुद्रा में रहें और फिर सांस छोड़ते हुए पुराने पोज में लौंटे.
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.