Is dry ice more dangerous or liquid nitrogen See for yourself the difference between the two
नाइट्रोजन और ड्राई आइस के इस्तेमाल के पिछले कुछ समय में बहुत खराब परिणाम सामने आए हैं. कुछ समय पहले गुड़गांव के एक रेस्टोरेंट में कुछ लागों द्वारा ड्राई आइस खाने पर मुंह से खून निकलने की बात सामने आई थी, जिसके बाद उन लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट करने तक की नौबत आ गई थी, वहीं दूसरी ओर फायर पान खाने से एक व्यक्ति के पेट में छेद की खबर ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं. दरअसल इस फायर पान में लिक्विड नाइट्रोजन का इस्तेमाल किया गया था. इन खबरों को पढ़कर आपके मन में एक सवाल जरुर उठा होगा कि आखिर सबसे खतरनाक क्या होता है- ड्राई आइस या फिर लिक्विड नाइट्रोजन? चलिए जान लेते हैं.
क्या होता है लिक्विड नाइट्रोजन?
सबसे पहले ये जान लेते हैं कि आखिर लिक्विड नाइट्रोजन होता क्या है? लिक्विड नाइट्रोजन को समझने से पहले नाइट्रोजन को समझ लेते हैं. हमारे वायुमंडल में भरपूर मात्रा में नाइट्रोजन मौजूद है. वहीं पृथ्वी का लगभग आठवां हिस्सा नाइट्रोजन गैस से बना है. ये एक रंगहीन और स्वादहीन गैस है. केमिस्ट्री में इसका सिंबल N2 है. वहीं जब नाइट्रोजन (Nitrogen) का तापमान -195.8 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है, तब ये तरल रूप या लिक्विड में कन्वर्ट हो जाता है, ऐसे में जब हमारी पृथ्वी पर ऐसी कोई जगह ही नहीं है, जहां का तापमान इतना कम हो इसलिए नाइट्रोजन हमेशा ठोस रूप में ही मिलता है. इसको आर्टिफिशियल तरीके से लिक्विड में कन्वर्ट किया जाता है.
क्या होती है ड्राई आइस?
वहीं ड्राई आइस यानी सूखी बर्फ एक तरह से कार्बन डाई ऑक्साइड का ठोस रूप होता है. इसकी खास बात ये है कि ये बहुत ठंडी होती है. यदि घर वाली नॉर्मल बर्फ की बात करें तो उसका तापमान माइनस 2-3 डिग्री सेल्सियस होता है, लेकिन ड्राई आइस की सतह का तापमान माइनस 80 डिग्री तक होता है. ये सामान्य बर्फ की तरह गीली नहीं होती है. आमतौर पर इसे छूने से मना किया जाता है, लेकिन अगर आप देखेंगे तो यह पूरी तरह से सूखी नजर आएगी.
ड्राई आइस या लिक्विड नाइट्रोजन में से क्या सबसे ज्यादा खतरनाक?
अब सवाल उठता है कि दोनों में से सबसे ज्यादा खतरनाक क्या होता है? तो बता दें कि ये दोनों ही सही तरीके से न ली जाएं तो घातक हो सकती है. वहीं तरल नाइट्रोजन सूखी बर्फ की तुलना में बहुत ठंडा होता है . आमतौर पर इसका तापमान -346°F और -320.44°F के बीच होता है, जो किसी व्यक्ति को झेलना बहुत मुश्किल होता है. ऐसे में ये ड्राई आइस से ज्यादा खतरनाक बन जाता है.
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