Israel-Hezbollah War: इजरायल के डर से थर-थर कांप रहे हमास और हिजबुल्लाह, कैसे नए चीफ की नींद हुई हराम


इजरायल के ताबड़तोड़ हमलों से हमास और हिजबुल्लाह अब घुटने पर आ गए हैं… दोनों आतंकी संगठनों के हौसले पस्त हो गए हैं. आलम यह है कि मौत के खौफ से हमास और हिजबुल्लाह के आतंकी थर्राने लगे हैं. इसीलिए हमास ने अपने नए चीफ को लेकर एक बड़ा फैसला किया है और हिज्बुल्लाह के नए चीफ ने तो लेबनान छोड़कर नए देश में पनाह ले ली है, ताकि उसकी जान बची रहे. कभी इजरायल को मिटा देने की हुंकार भरने वाले ईरान के ये दो प्रॉक्सी आतंकी संगठन अब कैसे अपना वजूद बचाने में जुटे हैं.

एक साल पहले तक कहा जाता था कि हमास के लड़ाके सिर पर कफन बांधकर चलते हैं. कहा जाता था कि हिजबुल्लाह के 50 हजार लड़ाकों ने इजरायल पर हमला बोल दिया तो इजरायल रोक नहीं पाएगा. लेकिन पिछले एक साल में इजरायल ने इस कहावत को बदलकर रख दिया.

नए चीफ की घोषणा से घबरा रहा हमास
हमास और हिजबुल्लाह के नाम से इजरायल को डराने वाले अब खुद खौफ के साए में जी रहे हैं. हमास और हिजबुल्लाह की बात तो छोड़िए… इन दोनों आतंकी संगठनों को पालने पोसने वाला ईरान खुद इजरायल के नाम से खौफ में है. खामेनेई के खौफ की बात करेंगे लेकिन उससे पहले ये जान लीजिए कि इन दिनों हमास और हिजबुल्लाह की क्या हालत हो गई है. अपने दो-दो चीफ की हत्या के बाद अब हमास ने तय किया है कि संगठन के नए मुखिया की पहचान दुनिया से छिपाकर रखी जाएगी. क्योंकि इजरायल ने पहले हमास चीफ़ इस्लामइल हनिया को मार गिराया और उसके ढाई महीने बाद हमास के नए चीफ याह्या सिनवार को भी उसी के पास भेज दिया.

इसके बाद हमास के नए चीफ की रेस में कई नाम सामने आए, जिसमें खलील अल-हया, खालिद मेशाल, मूसा अबू मरजौक, जहीर जबरीन और मोहम्मद इस्माइल दरविश इस पद के प्रमुख दावेदार माने गए. इन पांचों में से एक को संगठन का सरगना चुनने का फैसला करने से पहले हमास ने एक बड़ा फैसला किया कि इस बार को अपने नए चीफ का नाम सीक्रेट रखेगा. ताकि इजरायल को ये पता ही न चल पाए कि हमास का नया चीफ कौन है, जिससे कि इजरायल उसे मारने के पीछे न पड़े और हमास का नया चीफ संगठन को फिर से ज़िंदा करने की कोशिश करे.

हिजबुल्लाह चीफ ने छोड़ा लेबनान
इसी खौफ में ईरान का दूसरा प्रॉक्सी हिजबुल्लाह भी जी रहा है. इजरायल ने एक हफ्ते के भीतर हिजबुल्लाह के तीन नए चीफ को मार गिराया, जिससे हिजबुल्लाह ब्रिगेड भीतर तक खौफ से भर गई है. 27 सितंबर को हिजबुल्लाह चीफ़ हसन नसरल्लाह मारा गया. उसके 24 घंटे के भीतर ही यानी 28 सितंबर को हिजबुल्लाह का नया चीफ खलील यासीन मारा गया. उसके 6 दिन बाद 3 अक्टूबर को हिजबुल्लाह के तीसरे नए चीफ हाशिम सफीद्दीन को भी इजरायल ने मार गिराया.

इसीलिए हिजबुल्लाह के नए चीफ़ शेख नईम कासिम को अब ये डर सताने लगा है कि न जाने कब उसके ऊपर भी इजरायल का बंकर बस्टर बम गिर जाए और उसके चिथड़े उड़ जाएं. बताया जा रहा है कि इसी डर से नईम कासिम ने लेबनान छोड़ दिया है. दावा किया जा रहा है कि कासिम ने लेबनान छोड़कर फिलहाल ईरान की राजधानी तेहरान में पनाह ली है.

इजराइली न्यूज वेबसाइट यरुशलम पोस्ट ने अमीराती वेबसाइट अरम न्यूज के हवाले से ये दावा किया है. रिपोर्ट कहती है कि हिज्बुल्लाह नेता नईम कासिम को डर है कि नसरल्लाह की तरह उसको भी टारगेट करते हुए इजरायल हमला कर सकता है. इसीलिए कासिम ने ठिकाना बदल दिया और अब वो लेबनान की बजाय ईरान में रहना ज़्यादा सुरक्षित समझ रहा है.

इजरायल ने तोड़ी हिजबुल्लाह की आर्थिक कमर
हमास और हिजबुल्लाह का नाामोनिशान मिटाने की कसम खा चुके इजरायल ने एक दिन पहले हिजबुल्लाह की आर्थिक कमर तोड़कर रख दी. इजरायल ने अल-कर्द अल-हसन नाम के गैर-लाइसेंसी बैंक पर हमला बोला. इस बैंक पर आरोप है कि ये हिजबुल्लाह को पैसे की मदद करता है.

इजरायल ने इसके साथ ही हिजबुल्लाह के गढ़ों में रहने वाले लेबनानी नागरिकों को इलाका खाली करने को कह दिया है और इसका बाकायदा इजरायल की तरफ से ऐलान किया गया. इजरायल समझ चुका है कि जब तक हिजबुल्लाह को आर्थिक रूप से कमज़ोर नहीं किया जाता, तब तक वो इजरायल को रॉकेटों से निशाना बनाता रहेगा और इसी लिए इजरायल ने हिजबुल्लाह के बैंक को निशाना बनाना शुरू कर दिया है और रविवार को ही इजरायल ने इसकी शुरूआत कर दी.

Tags: Hamas attack on Israel, Israel air strikes, Israel Iran War



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