Jaipur News : पुलिस ने सुलझाया अपहरण कांड, सरगना समेत 5 बदमाश अरेस्‍ट, छात्र अनुज सकुशल पहुंचा घर


विष्‍णु शर्मा
जयपुर.
18 अगस्त को ब्रह्मपुरी थाना इलाके में नाहरगढ़ की पहाड़ी पर इंजीनियरिंग स्टूडेंट अनुज के अपहरण कांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ व एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चंद्र बिश्नोई के सुपरविजन में चले इस गोपनीय ऑपरेशन चेकमेट में पुलिस ने एसीपी आमेर शिवरतन गोदारा और इंस्पेक्टर मनीष शर्मा की टीम ने हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में आदर्श विहार कॉलोनी में गैंग सरगना वीरेंद्र सिंह जाट सहित पांच बदमाशों को धरदबोचा. बल्कि उनके चंगुल में अपहृत इंजीनियरिंग स्टूडेंट अनुज को भी सकुशल छुड़ा लिया.

जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि प्रताप नगर जयपुर में रहने वाला इंजीनियरिंग स्टूडेंट अनुज मीणा अपने दोस्त सोनी सिंह के साथ 18 अगस्त को नाहरगढ़ किले पर घूमने गया था. जहां पर शाम करीब 7:30 बजे कार में सवार पांच बदमाशों ने उन्हें पकड़ लिया. इसके बाद जमकर मारपीट की. अपहरणकर्ताओं ने सोनी सिंह को वहीं पर नशीली गोली लेकर बेहोश होने पर छोड़ दिया, जबकि अनुज मीणा को अपनी गाड़ी की डिक्की में पटक कर चादर डाल दी और तुरन्त हिमाचल प्रदेश के लिए निकल गए.

होश में आने पर अनुज के दोस्त ने दी अपहरण की सूचना
वारदात के करीब डेढ़ दो घण्टे बाद अनुज के दोस्त सोनी सिंह को होश आया तो उसने अपने हाथ पैरों की रस्सी को खोला. इसके बाद पहाड़ी पर झाड़ियो से निकलकर सड़क पर आया और कुछ लोगों को सूचना दी. तब ब्रह्मपुरी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और नाकाबंदी करवाई गई. वहीं अनुज के परिजनों को सूचना भी दी गई.

पुलिस को चकमा देने के लिए लोकेशन बदलकर करते रहे फिरौती के लिए फोन
वारदात के बाद गैंग के सरगना वीरेंद्र सिंह ने अनुज के पिता शिव लहरी को फोन कर 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी. पुलिस को चकमा देने के लिए गैंग के बदमाश लोकेशन बदलते रहे. वहीं, गैंग सरगना वीरेंद्र सिंह ने अनुज के ही मोबाइल फोन से 20 लाख रुपये की फिरौती के लिए सबसे पहला पहला फोन यूपी में मथुरा से किया. इसके बाद देहरादून, चंडीगढ़, कसौली व कालका से जगह बदलकर फिरौती की रकम मांगते रहे.

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पुलिस टीमें भेजी गई बाहर, सोलन से पुलिस टीम ने अनुज को सकुशल छुड़ाया
इस अपहरण की खुद से के लिए एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चंद्र बिश्नोई ने ऑपरेशन चेकमेट की प्लानिंग की जिसमें 20 लाख रुपए की बनावटी रकम को एक बैग में रखा था. फिर 23 अगस्त को एसीपी आमेर शिवरतन गोदारा, पुलिस इंस्पेक्टर मनीष शर्मा, थानाप्रभारी दलबीर सिंह फौजदार, एसआई हरिओम सिंह सहित करीब 15 पुलिसकर्मियों की दो अलग-अलग टीमें यूपी व हिमाचल प्रदेश के लिए रवाना की गई. इनमें हिमाचल प्रदेश के सोलन से पुलिस टीम ने अनुज को सकुशल छुड़ा लिया. यहां पर अनुज को वीरेंद्र सिंह ने अपनी लिव इन पार्टनर जमुना सरकार के किराए के कमरे पर बंधक बनाकर रखा. यहां भी दो-तीन दिन तक अनुज को टॉर्चर करके नशीली गोलियां दी गई थी.

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पुलिस ने जन्माष्टमी पर मनाया अनुज का जन्मदिन
बताया जा रहा है कि जन्माष्टमी के दिन अनुज का जन्मदिन था. ऐसे में जयपुर पुलिस ने अनुज को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सकुशल छुड़ाने के बाद केक काटकर उसका जन्मदिन भी मनाया. पिछले 9 दिन से अपहरणकर्ताओं की चंगुल में कैद अनुज के चेहरे पर खुशी भी लौट आई. वहीं, जिंदगी जीने की उम्मीद भी. फोटो में एसीपी आमेर शिवरतन गोदारा, इंस्पेक्टर मनीष शर्मा, एसआई हरिओम सिंह, एएसआई मनेंद्र सिंह, हैडकांस्टेबल नफे सिंह सहित सीएसटी और डीएसटी के पुलिसकर्मी नजर आए.

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