Jhansi Medical College fire : किंजल सिंह कमेटी की रिपोट में डॉ. नरेंद्र सेंगर दोषी… सवालों के घेरे में जिला प्रशासन की जांच
झांसी. झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड की रिपोर्ट सामने आ गई है. किंजल सिंह की कमेटी द्वारा बनाई गई इस रिपोर्ट में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर पर कड़ी कार्रवाई की गई है. नरेंद्र सेंगर को प्राचार्य पद से हटा दिया गया है. उन्हें तत्काल प्रभाव से चिकित्सा शिक्षा निदेशालय से अटैच कर दिया गया है. सेंगर लंबे समय से मेडिकल कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य पद पर बने हुए थे.गौरतलब है कि कमिश्रर विमल दुबे और डीआईजी कलानिधि नैथानी की 2 सदस्यीय कमिटी ने मेडिकल कॉलेज अग्निकांड एक हादसा माना था और नरेंद्र सेंगर को क्लीन चिट दिया था.
डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर 2 बार झांसी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के चार्ज में रहे हैं. पहली बार 22.06.2015 से 20.12.2017 तक प्रधानाचार्य रहे. दूसरी बार वह 01.01.2021 से लेकर वर्तमान समय तक प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत रहे हैं. कार्यवाहक प्रधानाचार्य के रूप में इतने लंबे समय तक पद पर रहने वाले डॉ. सेंगर नेफ्रोलॉजी के प्रोफेसर हैं. वह मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष भी रहे हैं. कार्यकाल में कई तरह के विवाद और आरोपों के बावजूद डॉ सेंगर लगातार अपनी कुर्सी बचा पाने में सफल रहे.
जिला प्रशासन ने दिया था क्लीन चिट
इस बार मेडिकल अग्निकांड में 10 बच्चों की जलकर हुई मौत के बाद वे कार्रवाई के घेरे में आए हैं. अग्निकांड में स्थानीय स्तर पर हुई जांच में सभी को क्लीन चिट दिया गया था लेकिन शासन स्तर पर हुई कार्रवाई में वे भी कार्रवाई की जद में आ गए. झांसी के स्थानीय जन संगठन और विपक्षी दल लगातार आंदोलन कर प्रधानाचार्य समेत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठा रहे थे. लोकल 18 के पब्लिक ओपिनियन में भी लोगों ने प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई थी.
FIRST PUBLISHED : November 27, 2024, 22:03 IST