Jharkhand Chunav: झारखंड पहुंचते ही खेल कर गए राहुल गांधी, द्रौपदी मुर्मू का नाम लेकर चल द‍िया बड़ा दांव


झारखंड में महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर पेच फसा हुआ है. कांग्रेस-झारखंड मुक्‍त‍ि मोर्चा तैयार हो गए हैं, तो आरजेडी नाराज बताई जा रही है. लेकिन इसी बीच राहुल गांधी जब रांची पहुंचे तो उन्‍होंने राष्‍ट्रपत‍ि द्रौपदी मुर्मू का नाम लेकर ऐसा दांव चल द‍िया क‍ि बीजेपी को जवाब देना ही पड़ेगा. इसके अलावा उन्‍होंने जात‍िगत जनगणना का ज‍िक्र कर अन्‍य पिछड़ा वर्ग (OBC) को भी लुभाने की कोश‍िश की.

झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले ‘संविधान सम्मान सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मुर्मू का नाम लेकर आद‍िवास‍ियों को लुभाने की कोश‍िश की. बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्‍होंने कहा, राष्ट्रपति आदिवासी वर्ग की हैं. लेकिन जब पार्लियामेंट का उद्घाटन होता है तो आदिवासी होने की वजह से उन्‍हें नहीं बुलाया जाता. राम मंदिर का उद्घाटन धूमधाम से होता है. लेकिन आदिवासी होने की वजह से राष्ट्रपति को नहीं बुलाया जाता. भाजपा के लोग आदिवासी को वनवासी कहते हैं तो वे क्या कहने की कोशिश कर रहे हैं? आपका जो जीने का तरीका है, इतिहास है, विज्ञान है, जिसे आप हजारों सालों से चला रहे हैं, उसे वो खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.

आद‍िवासी-वनवासी में फर्क बताया
राहुल गांधी ने आद‍िवासी और वनवासी का फर्क बताते हुए कहा, आदिवासी का मतलब जो सबसे पहले मालिक थे जबकि वनवासी का मतलब है जो जंगल में रहते हैं. जब इस शब्द का प्रयोग किया जाता है तो वो केवल एक शब्द नहीं होता. ये आपका पूरा इतिहास है. मैं हिंदुस्तान की शिक्षा व्यवस्था में पढ़ा हूं. आदिवासियों के बारे में केवल 10-15 लाइनें ही मिलेंगी. इनका इतिहास क्या है, जीने का तरीका क्या है. उस बारे में कुछ नहीं लिखा… आपके बारे में OBC शब्द प्रयोग किया गया. क्या ये आपका नाम है? किसने कहा आप पिछड़े हो? आपका जो हक है, वो आपको नहीं दिया जाता.

50% आरक्षण की सीमा तोड़ेंगे
राहुल गांधी ने कहा, जाति आधारित गणना सामाजिक ‘एक्स-रे’ पाने का एक माध्यम है लेकिन प्रधानमंत्री इसका विरोध कर रहे हैं. मीडिया और न्यायपालिका के समर्थन के बिना भी कोई ताकत जाति आधारित गणना और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा को हटाने से नहीं रोक सकती. हमारी सरकार आएगी और हम ये करके रहेंगे.

क्‍यों बड़ा दांव

  1. झारखंड में आद‍िवासी एक बड़ा फैक्‍टर है. राज्‍य की कुल आबादी में उनकी भागीदारी 29 फीसदी से भी ज्‍यादा है. राज्‍य में 5 में से चार प्रमंडल यानी कमिश्नरी में उनका दबदबा है. इसल‍िए सत्‍ता की चाबी आद‍िवास‍ियों के पास ही है.
  2. झारखंड की 29 व‍िधानसभा सीटें आद‍िवासी बहुल हैं. इतना ही नहीं, यहां मह‍िला वोटर पुरुषों के मुकाबले ज्‍यादा हैं. द्रौपदी मुर्मू का अपमान बताकर राहुल गांधी वहां के आद‍िवा‍स‍ियों खासकर मह‍िला वोटरों को संदेश देना चाहते हैं.
  3. 2005 से अब तक यहां आद‍िवासी ही सबसे बड़ा मुद्दा रहा है. अब तक वहां 7 मुख्‍यमंत्री हुए, लेकिन इनमें से रघुवर दास को छोड़कर 6 आद‍िवासी समुदाय से आते हैं. इनमें से चार बीजेपी के हैं. झारखंड मुक्‍त‍ि मोर्चा का आद‍िवासी इलाकों में दबदबा रहा है.
  4. एक वक्‍त आद‍िवास‍ियों की अच्‍छी तादात बीजेपी के साथ हुआ करती थी, लेकिन बीते कुछ चुनावों से बीजेपी की पकड़ ढीली पड़ी है. राहुल गांधी उसका फायदा लेने की कोश‍िश कर रहे हैं.

Tags: Jharkhand Elections, Rahul gandhi



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