judicial commission nyayik aayog will investigate the mahakumbh stampede know what it is how its worked
Judicial Commission Mahakumbh Stampede: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आस्था का महापर्व महाकुंभ आयोजित हो रहा है. अब तक महाकुंभ में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु डुबकियां लगा चुके हैं. अभी करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान और है. कल यानी 29 जनवरी के दिन मौनी अमावस्या का अवसर था.
मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में एक बेहद बड़ा हादसा हो गया. अचानक से भगदड़ मच गई और इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अब इस पूरे घटनाक्रम को जांचने के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया गया है. चलिए आपको बताते हैं. क्या होता है न्यायिक आयोग और किस तरह से करता है यह काम.
क्या होता है न्यायिक आयोग?
प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ से अब बहुत से लोगों की जान चली गई. अब इस हादसे की जांच उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित किया गया न्यायिक आयोग करेगा. दरअसल न्यायिक आयोग सरकार द्वारा गठित किया गया एक सरकारी निकाय होता है. न्यायिक आयोग को किसी खास तरह के मामलों को जांचने के लिए गठित किया जाता है. जब किसी घटना या किसी हादसे को लेकर सरकार निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीके से जांच करने की जरूरत महसूस करती है.
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इसमें कानून के जानकार और प्रशासनिक क्षेत्र के जानकारों का एक पैनल होता है. इसमें सेवानिवृत्ति न्यायाधीश, सेवानिवृत्ति भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी (IAS) सेवानिवृत्ति भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी (IPS) शामिल होते हैं. इस तरह के हादसों में इस आयोग द्वारा पूरी जांच की जाती है. महाकुंभ हादसे में गठित किया गया न्यायिक आयोग जांच के बाद अपनी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपेगा.
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किस तरह काम करता है न्यायिक आयोग?
न्याय आयोग किसी भी घटना या हादसे की शुरुआत से जांच करता है. हादसे की वजह को पता करता है. अगर प्रशासन की ओर से या अधिकारियों की ओर से कहीं चूक हुई होती है. तो उस बात का पता लगाता है. इसमें गवाहों को बुलाना और अन्य जो भी सबूत होते हैं. उनकी जांच करना भी शामिल होता है. जांच पूरी होने के बाद आयोग अपनी रिपोर्ट तैयार करता है. जिसमें सारी जानकारी दर्ज होती है. घटना किस वजह से हुई, घटना के लिए कौन जिम्मेदार है. और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से किस तरह बचा जा सकता है. रिपोर्ट में इन सब बातों का जिक्र होता है.
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