Khalistani Separatist Amritpal Singhs Close Aide Who Led London Protests Dies – लंदन विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले अलगाववादी अमृतपाल सिंह के करीबी अवतार सिंह का निधन
नई दिल्ली:
जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी और खालिस्तानी अलगाववादी अवतार सिंह खांडा का आज ब्रिटेन में निधन हो गया. सूत्रों का कहना है कि सोमवार को बेचैनी की शिकायत के बाद अवतार सिंह खांडा को बर्मिंघम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अलगाववादी की मौत का सही कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन कुछ रिपोर्टों से पता चलता है कि वह ब्लड कैंसर से पीड़ित थे.
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अवतार सिंह खांडा ने इस साल की शुरुआत में लंदन में भारतीय उच्चायोग में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था, जब अमृतपाल सिंह फरार था. मार्च महीने में, अमृतपाल सिंह पर पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते हुए, खालिस्तानी अलगाववादियों द्वारा ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग में भारतीय ध्वज को नीचे उतार दिया गया था. सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में प्रदर्शनकारियों को इमारत पर चढ़ते और भारतीय झंडे को नीचे उतारते हुए दिखाया गया था. वीडियो में अवतार सिंह खांडा विरोध का नेतृत्व करते नजर आ रहे थे.
भारत ने इस घटना पर कड़ा विरोध दर्ज कराया था, जिसमें कहा गया था कि ब्रिटेन सरकार की भारतीय राजनयिकों और कर्मियों की सुरक्षा के प्रति उदासीनता “अस्वीकार्य” थी.
लगभग 35 दिनों तक पंजाब पुलिस को चकमा देने के बाद, खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह ने 23 अप्रैल को पंजाब के मोगा के एक गुरुद्वारे में आत्मसमर्पण कर दिया था. पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को अमृतपाल सिंह और उनके संगठन ‘वारिस पंजाब डे’ के सदस्यों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की थी. एक महीने बाद अलगाववादी और उनके समर्थकों ने अपने एक सहयोगी की रिहाई के लिए तलवारों और बंदूकों के साथ पुलिस थाने में तोड़-फोड़ की थी. झड़प में छह पुलिसकर्मी घायल हो गए.
अमृतपाल सिंह पर कार्रवाई आम आदमी पार्टी शासित पंजाब, केंद्र और भाजपा शासित असम के बीच एक समन्वित प्रयास था. सूत्रों का कहना है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 2 मार्च को एक बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के साथ अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने की योजना पर चर्चा की थी. गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा था कि अमृतपाल सिंह आत्मघाती हमलों को अंजाम देने के लिए एक राज्यव्यापी जुलूस निकालने की योजना बना रहा था. उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह, पाकिस्तान से अवैध रूप से मंगाए गए हथियारों को जमा करने के लिए नशामुक्ति केंद्रों का इस्तेमाल कर रहा था.
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