Know when is the first full moon date of Hindu New Year. – News18 हिंदी


परमजीत कुमार /देवघर. हिंदू धर्म में पूर्णिमा की तिथि बेहद शुभ मानी जाती है. कोई भी नए कार्य की शुरुआत करने के लिए या फिर कोई भी मांगलिक कार्य करने के लिए पूर्णिमा की तिथि को उत्तम दिन माना जाता है. चैत्र पूर्णिमा के समाप्त होते ही वैशाख माह का आरंभ हो जाएगा.वहीं ,चैत्र पूर्णिमा हिंदू नव वर्ष की पहली पूर्णिमा की तिथि मानी जाती है.

इस दिन भगवान विष्णु माता लक्ष्मी के साथ भगवान शिव की भी पूजा आराधना करने से भक्ति के जीवन में सभी तरह की समस्या समाप्त हो जाती है. घर में सुख समृद्धि की बढ़ोतरी होती है. आईये देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते हैं कि कब है चैत्र पूर्णिमा उसे दिन क्या उपाय करें ताकि सभी प्रकार के दोष समाप्त हो जाए.

क्या कहते है देवघर के ज्योतिषआचार्य
देवघर के ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 से कहा कि इस साल चैत्र महीना की पूर्णिमा तिथि 23 अप्रैल को है. उसे दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के साथ भगवान शिव की भी पूजा आराधना की जाती है. चैत्र माह की पूर्णिमा हिंदू नव वर्ष का पहली बार पूर्णिमा तिथि माना जाता है जो हिंदू धर्म में काफी खास महत्व रखता है. जीवन में आने वाले किसी भी प्रकार का कष्ट घर में नकारात्मक ऊर्जा का आप हो तो इस पूर्णिमा के दिन व्रत रखकर अगर आप कुछ उपाय कर लेते हैं. यह सारी समस्या से मुक्ति मिल जाएगी.

कब से शुरू हो रही है पूर्णिमा की तिथि
चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 23 अप्रैल सुबह 3 बजकर 16 मिनट से होने जा रहा है और समापन 24 अप्रैल को सुबह 4 बजकर 38 मिनट में हो रहा है.उदयातिथि को मानते हुए चैत्र पूर्णिमा तिथि का व्रत 23 अप्रैल को ही रखा जाएगा. वही पूर्णिमा तिथि में पूजा का शुभ मुहूर्त 11बजकर 46 मिनट से लेकर 12 बजकर 50 कब तक है यह मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त है.

कष्ट से मुक्ति पाने के लिए क्या करें उपाय
पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा आराधना की जाती है इसलिए पूर्णिमा के दिन दूध में हल्दी डालकर अगर आप भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का अभिषेक करते हैं तो सभी तरह के कष्ट से मुक्ति मिल जाएगी और नकारात्मक प्रभाव भी दूर हो जाएगा.

खीर या सफ़ेद लड्डू का लगाए भोग
पूर्णिमा तिथि के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को अगर नारियल के बने लड्डू नहीं तो खीर का भोग लगाते हैं तो इससे माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु प्रसन्न होंगे और घर में सुख समृद्धि की बढ़ोतरी होगी.

कच्चा दूध में चावल डालकर चंद्रमा को दे अर्घ
पूर्णिमा तिथि के दिन चंद्रमा की भी पूजन की जाती है. इस दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं में विद्यमान रहती है. इसलिए पूर्णिमा के दिन अगर कच्चा दूध में चावल डालकर चंद्रमा को अर्घ प्रदान करते हैं तो सभी तरह के कष्ट से मुक्ति मिल जाएगी. आर्थिक परेशानी भी समाप्त हो जाएगी. इसके साथ ही कर्ज मुक्त हो जाएंगे.

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