Kyrgyzstan Bishkek Hostels Pakistan And Indian Students Beaten By Locals 3 Students Died – हमें पाकिस्तान पहुंचा दो प्लीज… रो रहीं लड़कियां, किर्गिस्तान में पाक छात्रों के हॉस्टल पर भीड़ ने क्यों किया हमला?


हमें पाकिस्तान पहुंचा दो प्लीज... रो रहीं लड़कियां, किर्गिस्तान में पाक छात्रों के हॉस्टल पर भीड़ ने क्यों किया हमला?

किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में पाकिस्तानी छात्रों पर हमला.

नई दिल्ली/बिश्केक:

किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक (Kyrgyzstan Bishkek Clash) में पाकिस्तानी छात्रों के हॉस्टल पर शुक्रवार रात कुछ स्थानीय लोगों की गुस्साई भीड़ ने हमला बोल दिया. इसमें कुछ पाकिस्तानी छात्रों के घायल होने की खबर है. झगड़ा किस बात लेकर हुआ, इसकी अभी तक ठीक-ठीक वजह सामने नहीं आई है, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ स्थानीय लोगों से झगड़े के बाद यह बवाल बढ़ा. सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी छात्रों के वीडियो वायरल हैं, जिसमें वह पीएम शहबाज शरीफ से मदद की गुहार लगा रहे हैं. मदद न मिलने के लिए मरियम नवाज को कोस रहे हैं. एक छात्रा तो पाकिस्तानी न्यूज चैनल से बातचीत में मुल्क वापस ले जाने की गुहार लगाते हुए रो पड़ी। इस हॉस्टल में क्या दूसरे देशों के छात्र भी रह रहे थे और क्या वह भी इस हमले की जद में आए हैं, इसकी अभी कोई पुष्टि नहीं हो पाई है. बता दें कि चीन, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और कजाकिस्तान से बॉर्डर साझा करने वाला किर्गिस्तान पाकिस्तानी छात्रों के बीच मेडिकल की पढ़ाई के लिए पसंदीदा जगह है. यहां करीब 12 हजार पाकिस्तानी छात्र अलग-अलग कोर्स कर रहे हैं.

13 मई को एक अलग हॉस्टल में रहने वाले मिस्र के कुछ स्टूडेंट्स का स्थानीय किर्गिज लोगों से झगड़ा हो गया था. उन्होंने उनसे मारपीट की. स्थानीय लोगों ने इसके खिलाफ प्रोटेस्ट किया. इसमें कुछ गिरफ्तार हुए, लेकिन असली लोग नहीं पकड़े गए. किर्गिस्तान के लोगों के इस गुस्से की जद में पाकिस्तानी छात्र आ गए. इस घटना बाद शनिवार रात खासतौर पर पाकिस्तानी छात्रों को टारगेट करना शुरू किया गया. उनको फ्लैट्स से निकालकर-निकालकर मारा गया. लड़कियों से बदसलूकी की गई. हमलावर स्टूडेंट्स के मोबाइल-लैपटॉप भी चोरी करके ले गए. कुछ छात्रों से तो दरवाजा तोड़कर मारपीट की गई. ये किर्गिस्तान में पढ़ रहे पाकिस्तानी मेडिकल स्टूडेंट की आपबीती है.

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पाकिस्तानी छात्रों को हॉस्टल के भीतर रहने की सलाह

बिश्केक हॉस्टल में हुई हिंसा के बीच पाकिस्तानी दूतावास ने छात्रों को घर के अंदर ही रहने की सलाह दी है. बिश्केक में हॉस्टलों के बाहर हो रही हिंसा के बीच, किर्गिस्तान में पाकिस्तानी दूतावास ने शनिवार को पाकिस्तानी छात्रों को बाहर न निकलने की सख्त सलाह दी. बिश्केक में पाकिस्तान के राजदूत हसन ज़ैगम ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, दूतावास पाकिस्तानी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ संपर्क कर रहा है.  इसके साथ ही उन्होंने हेल्पलाइन नंबर +996555554476 और +996507567667 भी जारी किए. छात्रों से इमरजेंसी हालात में इन नंबरों पर कॉल करने को कहा गया है.

बिश्केक में हॉस्टलों के बाहर हिंसक भीड़ को देखते हुए दूतावास ने सभी पाकिस्तानी छात्रों को स्थिति सामान्य होने तक बाहर न निकलने की सख्त हिदायत दी है. पाकिस्तानी राजदूत ने कहा, हम अपने छात्र समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं. विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने भी राजदूत के संदेश को एक्स पर दोबारा पोस्ट कर कहा कि दूतावास पाकिस्तानी छात्रों की सुविधा के लिए किर्गिज़ अधिकारियों के संपर्क में है, क्योंकि उनकी सुरक्षा राजदूत और उनकी टीम के लिए सबसे ऊपर है. 

बिश्केक में पाकिस्तानी छात्रों पर हमला

कई सोशल मीडिया पोस्टों में ऐसे वीडियो फुटेज और तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिनमें बिश्केक में विदेशी छात्रों के हॉस्टलों में भीड़ की हिंसा की घटनाएं देखी जा सकती हैं. वहीं कई लोगों ने पाकिस्तानी छात्रों की तत्काल मदद के लिए संबंधित अधिकारियों से अपील भी की है. 

पाकिस्तान के एक सोशल मीडिया इन्फूएंसर ने एक्स पर कुछ वीडियो शेयर कर बिश्केक के हालात बयां किए हैं. उनका कहना है कि किर्गिस्तान के बिश्केक में पाकिस्तानी मेडिकल छात्र खतरे में हैं. मिस्र के लोगों और स्थानीय किर्गिज़ लोगों के बीच झगड़ा हुआ था, लेकिन इसका ग़लत आरोप पाकिस्तानी छात्रों पर लगाया जा रहा है. अब, किर्गिज़ स्थानीय लोग पाकिस्तानी छात्रावासों पर हमला कर रहे हैं, जिनमें से प्रत्येक में 1000 से अधिक छात्र रहते हैं.

कॉल का जवाब

पाकिस्तानी राजदूत हसन ज़ैगम के मुताबिक, दूतावास के कर्मचारी लगातार पाकिस्तानी छात्रों के कॉल का जवाब दे रहे हैं. इसके साथ ही उनको हर संभव मदद भी पहुंचा रहे हैं. उन्होंने एक एक्स पोस्ट का जवाब देते हुए कहा, “पाकिस्तानी दूतावास संकट में फंसे पाकिस्तानी छात्रों की मदद करने की पूरी कोशिश कर रहा है.” एफओ के प्रवक्ता बलूच ने भी राजदूत का समर्थन करते हुए कहा कि वह और उनकी टीम दिए गए इमरजेंसी नंबरों पर उपलब्ध हैं. वह व्हाट्सएप पर भी उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा, ” अब तक वह छात्रों और उनके परिवारों के सैकड़ों सवालों का जवाह दे चुके हैं. अगर यदि फ़ोन  नंबर ट्रैफ़िक की वजह से कनेक्ट नहीं होते हैं, तो कृपया टेक्स्ट/व्हाट्सएप करें.”

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