Lady Finger Farming: आलू-प्याज की जगह करें भिंडी की खेती, लागत-मेहनत होगी कम, कमाई लाखों में


Lady Finger Farming Profit: कृषि क्षेत्र में लगातार हो रहे तकनीकी समावेशन से खेती के तरीके भी बदलते जा रहे हैं. किसान अब पारंपरिक खेती के साथ-साथ तकनीक आधारित नगदी फसलों की खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें बेहतर मुनाफा हो रहा है. लखीमपुर में भी किसान इस बदलाव का फायदा उठा रहे हैं और नई-नई फसलों को उगाने में कामयाब हो रहे हैं. खासतौर पर भिंडी की खेती से किसानों को अच्छा लाभ मिल रहा है, जिससे यह फसल किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई है.

भिंडी की खेती से हो रहा है बड़ा मुनाफा
किसान हृदय राम बताते हैं कि भिंडी की खेती से उन्हें काफी अच्छा मुनाफा हो रहा है. सब्जी की पैदावार अच्छी होती है, लेकिन कभी-कभी मंडी में सही कीमत न मिलने की वजह से मुनाफा कम हो जाता है. हृदय राम चार बीघा जमीन पर भिंडी की खेती कर रहे हैं और बाजार में भिंडी की मांग लगातार बनी रहती है. साप्ताहिक बाजारों में भिंडी 20 से 30 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रही है, जिससे किसानों को आर्थिक लाभ हो रहा है.

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किस मिट्टी में करनी चाहिए भिंडी की खेती
भिंडी की खेती के लिए बलुई दोमट या दोमट मृदा सबसे उपयुक्त मानी जाती है, जिसका पीएच मान 6.0 से 6.8 के बीच हो. साथ ही, भिंडी की खेती के लिए सिंचाई की अच्छी सुविधा और जल निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि फसल को नुकसान न हो. भारत में भिंडी की खेती एक व्यावसायिक फसल के तौर पर की जाती है, और यह लगभग सभी राज्यों में बड़े पैमाने पर उगाई जाती है.

किसानों के लिए लाभकारी फसल
भिंडी आम लोगों के बीच एक बेहद लोकप्रिय सब्जी है. यह फसल न केवल लंबे समय तक उपज देती है, बल्कि किसानों के लिए भी फायदेमंद साबित होती है. इसके मुनाफे और बाजार में लगातार बनी मांग के चलते किसान अब बड़े पैमाने पर भिंडी की खेती करने लगे हैं, जिससे उनकी आमदनी में भी इजाफा हो रहा है.

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