Last night, why did women with canes in their hands beat up youths on the road? Know the reason behind this. – News18 हिंदी


कृष्णा कुमार गौड़ /जोधपुर: जोधपुर में बीती रात सडको पर हाथ में बेंत लिए निकली महिलाओं ने युवकों को जमकर बेंत लगाए. यह बेंत इसलिए नहीं कि युवकों ने महिलाओं या फिर युवतों को छेड़ा बल्कि यह बेंत इसलिए उनको लगाए गए ताकि उनकी शादी जल्द से जल्द हो जाए. अब आप कहेंगे कि ऐसा भी भला हो सकता है कि किसी की पिटाई करने से उसकी शादी हो जाएगी.

मगर यह सत्य है कि जोधपुर में शादी के लिए बेंत की मार खाते युवक और अलग-अलग स्वांग रचकर घूमती महिलाएं-युवतियां…ये नजारा देखने को मिला जोधपुर के प्रसिद्ध धींगा गवर मेले में. इस अनोखे मेले को देखने के लिए पूरे मारवाड़ से लोग जोधपुर पहुंचते हैं. इस उत्सव से जुड़ी अनोखी परंपराएं लोगों को यहां आकर्षित करती हैं. विदेशी तक इस मेले का आनंद उठाते है और इस बार भी महिलाओं के बेंत से बचते दिखाई दिए.

अंतिम दिन निकाली जाती है माता की सवारी
गवर माता की 16 दिन की पूजा के अंतिम दिन होने वाले इस आयोजन में माता की सवारी निकलती है. इस साल शनिवार की रात को निकली सवारी में अलग-अलग प्रतिमाओं को करीब 6 करोड़ की ज्वेलरी पहनाई गई थी. जोधपुर में यह खास मेला रात को शुरू होता है और देर सुबह तक चलता है। इस दौरान स्थानीय महिलाओं की बाहर से आने वाली युवतियों के साथ धक्का-मुक्की भी हो गई.

महिलाएं रहती है उत्साहित
महिलाओं ने चौथ का व्रत किया. फिर चांद देखने के बाद रात भर मुख्य मेले का आयोजन किया गया. गवर विदाई पर अलग-अलग तरह के स्वांग रचकर महिलाएं गवर प्रतिमाओं के दर्शन के लिए पहुंची. रास्ते में कई जगहों पर इनका स्वागत किया गया. महिलाओं ने गवर माता के दर्शन कर अखंड सौभाग्य और परिवार की खुशहाली की कामना की लाइव आर्केस्ट्रा पर महिलाओं ने पारंपरिक गीत भी प्रस्तुत किए.

मेले में इस बार दिखी आपसी खींचतान
शहर के परकोटा इलाके में बेंत मारने को लेकर छीना-झपटी भी हो गई. मेले में शामिल व्रती महिलाओं ने आरोप लगाया कि मेले की छवि खराब करने की कोशिश की गई. कॉलेज के युवक-युवतियां और मनचले इसमें शामिल हो गए. वे न तो व्रत रखते हैं और न ही उनके पास पूजित छड़ी थी. बाहरी लोगों के कारण पवित्र धींगा गवर मेले का नाम बेंत मार मेला हो गया है. हालांकि, बाद में पुलिस ने बीच-बचाव कर महिलाओं-युवतियों से बेंत लेकर रखवा लिया.

यह फैलाई जा रही अफवाह
जोधपुर के परकोटे में रहने वाली महिलाओं ने बताया- आजकल मेले को लेकर झूठा प्रचार किया जा रहा है. अफवाह फैलाई जा रही है कि मेले में कुंवारा युवक बेंत की मार खा ले तो उसकी शादी जल्दी हो जाती है. लेकिन, असल मान्यता यह है कि जो महिलाएं 16 दिनों तक व्रत रखती हैं और नियमों का पालन करती हैं .वह अनजाने में किसी युवक को छड़ी से मारती हैं कुंवारे युवकों की सगाई हो जाती है

मेले की परपंरा हो किया जा रहा धुमिल
महिलाओं का आरोप था कि जिन युवतियों ने व्रत नहीं किया.वह युवतियां भी यहां पर बेंत लेकर आती हैं. ये कॉलेज में पढ़ने वाली युवतियां हैं और जोधपुर की निवासी भी नहीं है.इससे यहां मनचले भी आते हैं. इससे मेले का माहौल खराब होता है. कई बार लड़ाई झगड़े भी हो चुके हैं. महिलाओं ने आरोप लगाया कि प्रशासन का मेले में पूरी तरह से सपोर्ट नहीं रहा. जिसकी वजह से बाहरी युवतियां और मनचले भी मेले में आ गए.

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