LeT Terrorist Sajid Mir Profile China Blocks Proposal By India US At United Nations To Designate Him As Global Terrorist
China On LeT terrorist Sajid Mir: लश्कर के आतंकवादी साजिद मीर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के भारत और अमेरिका के प्रस्ताव में चीन ने एक बार फिर अड़ंगा लगा दिया है. साजिद मीर 26/11 मुंबई आतंकी हमले में वांटेड है. भारत और अमेरिका उसे वैश्विक आतंकी घोषित कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव लाए थे लेकिन चीन ने उस प्रस्ताव को रोक दिया है.
इन नामों से भी जाना जाता है आतंकी साजिद मीर
अमेरिका की एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के मुताबिक, आतंकी साजिद मीर मूल रूप से पाकिस्तान का रहने वाला है. उसके कई नाम हैं. वह इब्राहिम, वसी, खालिद, वशीभाई, भाई अली, मूसा भाई, वशी इब्राहिम, साजिद मजीद और इब्राहिम शाह जैसे नामों से जाना जाता है.
उसका जन्म पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था. जन्मतिथि को लिए उसने दो तारीखों का इस्तेमाल किया, जिनमें 1 जनवरी 1978 और 31 जनवरी 1976 शामिल है. उसकी आंखें भूरी और लंबाई 173 सेंटीमीटर है. उसे हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू और अरबी भाषाएं आती हैं.
अमेरिका ने रखा है 50 लाख डॉलर का इनाम
अमेरिका ने साजिद मीर की गिरफ्तारी और दोषसिद्धि के लिए सहायक सूचना देने के लिए 50 लाख डॉलर (भारतीय करेंसी के हिसाब से करीब 41 करोड़ रुपये) का इनाम रखा है. एफबीआई के मुताबिक, साजिद मीर ने एक बार कंधे तक दाढ़ी और बाल रखे थे और संभव है कि उसने प्लास्टिक सर्जरी के जरिये अपना रूप बदल लिया हो. माना जा रहा है कि फिलहाल वह पाकिस्तान में है.
मुंबई आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता था साजिद मीर!
2008 में 26 नवंबर से 29 नवंबर तक मुंबई में हुए आतंकी हमलों में साजिद मीर की संलिप्तता थी. पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से ट्रेनिंग प्राप्त 10 आतंकियों ने मुंबई में ताज होटल, ओबरॉय होटेल, छत्रपति शिवाजी स्टेशन, मेट्रो सिनेमा, डॉक, विले पार्ले समेत कई इलाकों एक ही समय पर सिलसिलेवार हमलों को अंजाम दिया था.
करीब 170 लोगों ने आतंकी हमलों में जान गंवा दी थी, जिनमें छह अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे. एफबीआई के मुताबिक, साजिद मीर ने कथित तौर पर हमलों के मुख्य प्लानर के तौर पर काम किया था और पाकिस्तान में बैठे जिन आकाओं के इशारे पर आतंकवादी हमले कर रहे थे, उनमें मीर भी शामिल था. इसके अलावा, 2008 और 2009 में साजिद मीर ने डेनमार्क के एक अखबार और उसके कर्मचारियों के खिलाफ आतंकी हमले की साजिश रची थी.
2011 में अमेरिका ने जारी किया था गिरफ्तारी वारंट
21 अप्रैल 2011 को इलिनोइस के यूनाइटेड स्टेट्स डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने मीर पर अभियोग लगाया गया था. उस पर विदेश सरकार की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की साजिश रचने, आतंकियों को सामग्री सहायता मुहैया कराना, अमेरिका के बाहर एक नागरिक की हत्या और सार्वजनिक उपयोग के स्थानों पर बमबारी करने जैसे आरोप लगाए गए. अमेरिका ने उसके खिलाफ 22 अप्रैल 2011 को गिरफ्तारी वारंट जारी किया था.
पहले भी इस आतंकी के लिए वीटो का इस्तेमाल कर चुका है चीन
बता दें कि पिछले साल भी अमेरिका साजिद मीर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव लाया था, जिसका भारत ने समर्थन किया था और तब भी चीन ने अपने वीटो का इस्तेमाल करते हुए प्रस्ताव पर रोक लगा दी थी.
पाक अधिकारियों ने किया था साजिद मीर की मौत का दावा
जून 2022 में पाकिस्तान की आतंक निरोधी अदालत ने टेरर फाइनेंसिंग केस में साजिद मीर को 15 साल कैद की सजा सुनाई थी. इससे पहले 2021 में पाकिस्तानी अधिकारियों ने मीर की मौत हो जाने का दावा किया था लेकिन अचानक 21 अप्रैल 2022 को पाक ने उसे गिरफ्तार करने की बात कही थी. इसके बाद पाक की आतंक निरोधी अदालत ने 16 मई 2022 को साजिद मीर को सजा सुनाकर लाहौर की एक जेल में भेज दिया था.
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