Lok Sabha Chunav: बिहार में कई मायनों में खास है लोकसभा चुनाव का 5वां चरण, इन दिग्गजों के भाग्य का होगा फैसला


पटना. लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान 20 मई यानि सोमवार को होने वाला है. लोकसभा के पांचवां चरण कई मायनों में खास है. चुनाव के लिए एनडीए और इंडिया गठबंधन ने पूरी ताकत झोंक रखी है. एनडीए के लिए प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्री और नीतीश कुमार सहित कई दिग्गजों ने प्रचार किया तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन की तरफ से भी तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी सहित कांग्रेस के नेताओं ने धुआंधार चुनाव प्रचार में लगे रहे.

लोकसभा चुनाव का पांचवां चरण इस मायने में भी बेहद खास हो जाता है क्योंकि लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य भी सारण से चुनावी मैदान में है जिन्हें बीजेपी के उम्मीदवार राजीव प्रताप रूढ़ी टक्कर दे रहे है. एक तरफ रोहिणी लालू यादव की बेटी होने के साथ साथ एक बेटी होने के नाते अपनी किडनी अपने पिता लालू यादव को देने की वजह से भी बेहद चर्चित रही है जो सारण में एक बड़ा मुद्दा माना जा रहा है. साथ ही आरजेडी के जातीय समीकरण की वजह से मज़बूत टक्कर दे रही है.

वहीं दूसरी तरफ राजीव प्रताप रूढ़ी भी चुनावी मैदान में है और वर्तमान में सांसद भी है जिनके प्रचार के लिए एनडीए के दिग्गज तक चुनाव प्रचार कर चुके हैं. राजीव प्रताप रूढ़ी रोहिणी के बाहरी होने का मुद्दा उठाने के साथ साथ डबल इंजन की सरकार के विकास कार्यों का मुद्दा आगे कर जनता से वोट मांग रहे हैं.
वहीं बात अगर मधुबनी की करे तो मधुबनी में मुकाबला MY समीकरण और डबल इंजन सरकार के विकास कार्यों के बीच में है. राजद ने जहां अली अशरफ फातमी को मैदान में उतारा है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी की तरफ से वर्तमान में सांसद अशोक यादव चुनावी ताल ठोक रहे हैं. अशोक यादव आरजेडी के MY समीकरण पर नज़र गड़ाने के साथ साथ हिंदुत्व के वोट और एनडीए के वोट समीकरण के सहारे चुनाव में जीत की आस लगाए हुए हैं.

अशोक यादव के पिता हुक्मदेव नारायण यादव भी मधुबनी से सांसद रह चुके है जिनका फायदाअशोक यादव को मिलता रहा है. वहीं अली अशरफ फातमी आरजेडी के समीकरण वोट बैंक के साथ साथ एनडीए के वोट बैंक में सेंघ लगाने की फिराक में है. खासकर सहनी वोटर में जिसके लिए मुकेश सहनी ने भी जमकर प्रचार किया है. तीसरी सीट सीतामढ़ी है जो माता सीता की जन्म भूमि भी है जहां जेडीयू से देवेश चंद्र ठाकुर उम्मीदवार हैं जो सवर्ण  मैथिल ब्राह्मण है जिन्हें जदयू ने मैदान में उतारा है. देवेश चन्द्र ठाकुर लंबे समय के बाद किसी सवर्ण उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे है जो एनडीए के कोर वोटर के साथ साथ एनडीए के केंद्र और बिहार सरकार के विकास कार्यों को लेकर जनता से वोट मांग रहे हैं.

वहीं सीतामढ़ी के पुनौरा धाम को अयोध्या जैसा विकसित करने का वादा भी जनता से कर वोट की अपील कर रहे हैं. वहीं देवेश चंद्र ठाकुर को सीतामढ़ी के पूर्व सांसद अर्जुन राय टक्कर दे रहे हैं जो MY समीकरण के सहारे कड़ी टक्कर दे रहे हैं. साथ ही देवेश चंद्र ठाकुर के सवर्ण होने की वजह से अगड़ा पिछड़ा करने की कोशिश भी महागठबंधन के तरफ से की जा रही है. अब बात मुजफ्फरपुर की करे तो यहां एक महीना पहले तक बीजेपी में रह चुके बीजेपी से सांसद अजय निषाद टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर कांग्रेस के टिकट पर मैदान में है. वहीं उन्हें टक्कर दे रहे है पिछली बार महागठबंधन से लड़ चुके राजभूषण निषाद जो इस बार बीजेपी के टिकट पर मैदान में है. मुजफ्फरपुर में एनडीए उम्मीदवार केंद्र और राज्य सरकार के विकास कार्यों पर वोट मांग रहे हैं.

वहीं पांचवें चरण में एक और खास सीट है हाजीपुर, जहां एनडीए उम्मीदवार चिराग पासवान का मुकाबला आरजेडी के शिवचंद्र राम चुनावी मैदान में है. चिराग पासवान के सामने यहां बड़ी चुनौती है अपने पिता रामविलास पासवान की सीट को बचाने की. चिराग के लिए प्रधानमंत्री तक ने प्रचार कर जीत का आशीर्वाद दिया है तो वहीं दूसरी तरफ नीतीश कुमार ने भी चिराग के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.
वही दूसरी तरफ़ आरजेडी उम्मीदवार शिव चंद्र राम भी चिराग को कड़ी टक्कर दे रहे हैं जो स्थानीय होने की बात कह वोट मांग रहे हैं. शिवचंद्र राम MY समीकरण के साथ-साथ चिराग के विरोधियों के सहारे भी जीत की आस लगाए हुए हैं.

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