Lok Sabha Election 2024 Arvind Kejriwal AAP PM Modi Connaught Place Hanuman Mandir – दिल्ली: कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर में जानें क्यों है केजरीवाल की इतनी आस्था, क्या इस बार लगाएंगे नैया पार!
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) अब अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आ चुके हैं. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 1 जून तक के लिए जमानत दी है. कोर्ट ने कहा है कि वह इस दौरान चुनाव प्रचार भी कर सकते हैं. जेल से निकलने के बाद अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि उनका संघर्ष पहले भी जारी था और वह आगे भी ऐसे ही अपनी लड़ाई लड़ते रहेंगे. जेल से निकलने के बाद सीएम केजरीवाल (Arvind Kejriwal) आज दिल्ली के कनॉट प्लेस (सीपी) स्थित हनुमान मंदिर भी जाएंगे. यह मंदिर सीएम केजरीवाल के लिए बेहद खास माना जाता है. संकटमोचन हनुमान जी के दर्शन के दौरान उनकी पत्नी और पार्टी के कई अन्य नेता भी उनके साथ मौजूद रहेंगे.
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आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल के लिए सीपी में स्थित इस हनुमान मंदिर का एक अलग ही महत्व है. राजनीति में आने के बाद अपने अच्छे और बुरे वक्त में वो संकटमोचन के दरबार में अपनी मनोकामना लेकर जाते रहे हैं. इस मंदिर में स्थित संकटमोचन हनुमान जी से उनकी पुरानी आस्था है.
अपने पहले चुनाव के समय भी मांगी थी मन्नत
भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने के बाद राजनीति में अपना सफर शुरू करते ही 2013 में पहली बार केजरीवाल सीपी के हनुमान मंदिर गए थे. इसके बाद दिल्ली में उनकी सरकार बनी और वो 49 दिनों तक सीएम भी रहे. इसके बाद 2015 में जब दूसरी बार दिल्ली में चुनाव हुए जब केजरीवाल फिर सीएम बने तो वो एक बार फिर संकटमोचन के दरबार में गए.
2020 में विधानस चुनाव से पहले भी केजरीवाल ने लिया था आशीर्वाद
पिछली बार यानी 2020 जब दिल्ली में विधानसभा चुनाव हुए तो उससे पहले भी सीएम केजरीवाल सीपी के इस हनुमान मंदिर में दर्शन के लिए आए. इसके बाद जब उनकी चुनाव परिणाम आए तो उनकी पार्टी ने बहुमत के साथ एक बार फिर सत्ता में वापसी की.
पति के लिए मन्नत मांगने जब हनुमान के दरबार में पहुंची सुनीता केजरीवाल
दिल्ली शराब नीति मामले में जब इस साल मार्च में सीएम केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार किया और बाद में उन्हें जेल जाना पड़ा तो उनके लिए मन्नत मांगने उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल सीपी के इसी मंदिर में माथा टेकने पहुंची. 23 अप्रैल को सुनीता केजरीवाल के साथ उनके परिवार के लोग और पार्टी के कई कार्यकर्ता भी थे. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीएम केजरीवाल को 10 मई को अंतरिम जमानत दे दी.