Loksabha Elections 2024 PM Narendra Modi Defense Minister Rajnath Singh And These BJP Leaders Want To Hat Trick Of Victory – लोकसभा चुनाव 2024: पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अलावा बीजेपी के ये नेता बनाना चाहते हैं जीत की हैट्रिक



o2614c0g bjp election Loksabha Elections 2024 PM Narendra Modi Defense Minister Rajnath Singh And These BJP Leaders Want To Hat Trick Of Victory - लोकसभा चुनाव 2024: पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अलावा बीजेपी के ये नेता बनाना चाहते हैं जीत की हैट्रिक

कौन-कौन नेता बनाना चाहते हैं हैट्रिक 

जो सांसद 2024 के चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में हैं उनमें नरेंद्र मोदी (वाराणसी),राजनाथ सिंह (लखनऊ),पंकज चौधरी (महाराजगंज), संजीव बालियान (मुजफ्फरनगर), डॉक्टर महेश शर्मा (गौतम बुद्ध नगर), भोला सिंह (बुलंद शहर), सतीश कुमार गौतम (अलीगढ़), हेमा मालिनी (मथुरा), राजवीर सिंह (एटा),धर्मेंद्र कश्यप (आंवाला), मेनका गांधी(सुल्तानपुर),अजय मिश्र टेनी( खिरी), रेखा वर्मा (धौरहरा), राजेश वर्मा (सीतापुर),साक्षी महाराज (उन्नाव), कौशल किशोर (मोहनलाल गंज ),   मुकेश राजपूत (फर्रुखाबाद), भानुप्रताप सिंह वर्मा (जालौन एससी),पुष्पेंद्र सिंह चंदेल (हमीरपुर), निरंजन ज्योति (फतेहपुर ) विनोद सोनकर (कौशांबी), लल्लू सिंह ( फैजाबाद),   किर्तीवर्धन सिंह (गोण्डा), जगदंबिका पाल (डुमरियागंज), हरीश द्विवेदी (बस्ती), कमलेश पासवान (बांसगांव), रविंद्र कुशवाहा (सलेमपुर) और महेंद्र नाथ पांडेय (चंदौली) के नाम शामिल हैं. 

भाजपा के ये सांसद 2014 से अपनी-अपनी सीटों से जीतते आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से 2014 से जीत रहे हैं. वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 2014 से लखनऊ सीट से जीतते आ रहे हैं. वो 2009 में गाजियाबाद लोकसभा सीट से जीते थे.

वहीं कुछ नेता तो ऐसे हैं, जो दूसरी बार ऐसी हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में हैं. जैसे केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी. वे महाराजगंज लोकसभा सीट से 1991,1996 और 1998 का चुनाव जीत चुके हैं. वो उसी सीट पर 2004 में भी जीते थे. साल 2009 का चुनाव हारने के बाद वो महाराजगंज सीट से 2014 और 2019 में जीते. 

मेनका गांधी की डबल हैट्रिक

वहीं बीजेपी सांसद मेनका गांधी 1996, 1998 व 1999 में पीलीभीत सीट से चुनाव जीत चुकी हैं. भाजपा उम्मीदवार के रूप में इस सीट से वो 2004, 2009 और 2014 का चुनाव जीती थीं. साल 2019 के चुनाव में उनकी सीट सुल्तानपुर कर दी गई. इस बार फिर वो सुल्तानपुर से ही चुनाव लड़ रही हैं.

वहीं बासगांव के भाजपा सांसद कमलेश पासवान 2009 से अपनी सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं.इसी तरह से डुमरियागंज के भाजपा सांसद जगदंबिका पाल भी 2009 से ही चुनाव जीत रहे हैं. लेकिन 2009 का चुनाव उन्होंने डुमरियागंज से कांग्रेस के टिकट पर जीता था.कैसरगंज के सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह भी वहां से 2009 से जीतते आ रहे हैं. लेकिन इस साल बीजेपी ने उनके उम्मीदवारी की घोषणा अब तक नहीं की है.

कहां-कहां घोषित नहीं हुए हैं बीजेपी उम्मीदवार

उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने अभी तक रायबरेली और गोण्डा सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. इनमें से गोण्डा सीट से ब्रजभूषण शरण सिंह बीजेपी के सांसद हैं.वहां से अभी उनकी उम्मीदवारी पर संशय बना हुआ है.वहीं रायबरेली से पिछली बार कांग्रेस नेता सोनिया गांधी जीती थीं. वो राजस्थान से राज्य सभा के लिए चुन ली गई हैं.लेकिन कांग्रेस ने और न भाजपा ने रायबरेली से अपने उम्मीदवार की घोषणा की है.

बीजेपी की एक और सहयोगी निषाद पार्टी के दो नेता बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे.

बीजेपी की सहयोगी अपना दल (एस)ने 2019 में मिर्जापुर और रार्बट्सगंज सीट से चुनाव लड़ा था. पार्टी की प्रमुख अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से जीती थीं. वहीं पकौड़ी लाल कोल ने रार्बट्सगंज से चुनाव जीता था. लेकिन अपना दल (एस)ने रार्बट्सगंज से अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है. इसलिए इस सीट पर संशय बना हुआ है कि वहां से कौन चुनाव लड़ेगा बीजेपी या अपना दल (एस). 

भाजपा के इन सांसदों का कटा टिकट

 साल 2019 के चुनाव में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के चुनाव में 80 में से 64 सीटों पर जीत दर्ज की थी.बीजेपी ने अभी तक इनमें से केवल 48 सांसदों को ही  टिकट दिया है. भाजपा के 16 सांसदों ने या तो चुनाव लड़ने से मना कर दिया है या उनके टिकट काट दिए गए हैं.भाजपा के दो सांसद चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, उनमें रीता बहुगुणा जोशी, वीरेंद्र सिंह मस्त, केशरी देवी पटेल, सत्यदेव पचौरी, संतोष गंगवार, वरुण गांधी,अक्षयवर लाल गौड़,जनरल वीके सिंह,संघमित्रा मौर्य, हाथरस से राजवीर सिंह दिलेर और राजेंद्र अग्रवाल के नाम शामिल हैं.

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