UGC ने यूनिवर्सिटीज एवं कालेजों को जारी किए निर्देश, कोविड मानकों के साथ स्टूडेंट्स में दिखेगा आजादी का जज्बा
UGC: यूनिवर्सिटी ग्रांटस कमिश्न ने कालेजों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक सप्ताह आजादी का अमरूत महोत्सव थीम पर कराने की बात कही है। जिसमें उम्मीद है कि देशभर के तीस से पैंतीस करोड़ युवाओं के इसमें शामिल होने की उम्मीद है।
लुधियाना, जेएनएन। यूनिवर्सिटी ग्रांटस कमीशन (यूजीसी) ने कालेजों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक सप्ताह आजादी का अमरूत महोत्सव थीम पर कराने की बात कही है। जिसमें उम्मीद है कि देशभर के तीस से पैंतीस करोड़ युवाओं के इसमें शामिल होने की उम्मीद है।
यूजीसी ने कोविड मानकों को ध्यान में रखते हुए वर्चुअल तरीके के साथ यूनिवर्सिटीज व इससे संबधित कालेजों को मनाने की निर्देश दिए हैं। आजादी का अमरूत महोत्सव में विद्यार्थियों को राष्ट्र गान, साइकिल रैलीज और आजादी से संबंधित लिटरेचर भारतीय भाषाओं में कराने की बात कही है।
इसका मकसद देश की आजादी के प्रति कुर्बानियां देने वाले शहीदों के बारे युवा पीढ़ी को जागरूक करना है ताकि वह भी आजादी का महत्व कायम रखते हुए अपनी भूमिका बरकरार रख सके। उक्त गतिविधियां कालेजों को नौ अगस्त से कराने की बात कही गई है और कोविड मानकों को ध्यान में रखते हुए यूनिवर्सिटी एक्टिविटी मानिटरिंग पोर्टल(यूएएमपी) पर अपलोड करने की बात कही गई है।
आजादी के 75वें साल में करेंगे प्रवेश
देवकी देवी जैन मेमोरियल कालेज की प्रिंसिपल डा. सरिता बहल ने कहा कि यूजीसी का आजादी का अमरूत महोत्सव अच्छा कदम है। उस महीने स्थिति को देखते हुए इसे जरूर मनाया जाएगा। वर्चुअल तो इसका आयोजन जरूर करेंगे अगर स्थिति ठीक हुई तो फिजिकली तौर पर भी करवा सकते हैं। दूसरा इस साल हम आजादी के 75वें साल में प्रवेश करेंगे जोकि और भी अच्छी बात है।
उन्होंने कहा कि कालेज विद्यार्थियों को बताने का अच्छा अवसर है कि मुश्किल से हमें आजादी मिली है वह इसकी कीमत समझें। चाहे तरक्की के तौर पर चाहे जागृति के तौर पर या फिर वातावरण के तौर पर। युवाओं को बताया जाएगा कि जिनकी बदौलत हमें खुला माहौल मिला है, उनके बलिदान के प्रति निष्ठाभाव रखें।
देश से प्रेम करने का मिलेगा संदेश
आर्य कालेज की प्रिंसिपल डा. सविता उप्पल ने कहा कि युवाओं के जरिए लोगों को जागरूकत करने का यूजीसी का प्रयास अच्छा है। देश से प्रेम करने का अच्छा संदेश मिलेगा। वह अपने कालेज के विद्यार्थियों के साथ-साथ स्टाफ को भी राष्ट्र गान, साइकिल रैलीज में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करेंगी और उन्हें यह वीडियोज यूजीसी पोर्टल पर अपलोड करने की भी बात कहेंगी।