Madhya Pradesh : Congress Taking Support Of Soft Hindutva And Rams Name, Will Defeat BJP Through This?
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व कानून मंत्री पीसी शर्मा श्रीमद भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ करवा रहे हैं. रोज रूद्राभिषेक भी होगा. ऐसे आयोजनों में सबसे प्रमुख चेहरा है कांग्रेस की धर्म एवं उत्सव प्रकोष्ठ की अध्यक्ष कथावाचक ऋचा गोस्वामी का. 32 साल की ऋचा अमरकंटक के आश्रम में पली बढ़ी हैं, मां वकील और पिता शिक्षक हैं. दो साल में पार्टी के लिये 30 से ज्यादा बड़े धार्मिक आयोजन किये हैं और चुनाव से पहले 52 जिलों में कार्यक्रम करना है.
ऋचा गोस्वामी ने कहा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस धर्म एवं उत्सव प्रकोष्ठ का गठन दो साल पहले हुआ, जिससे धार्मिक गतिविधियां आडंबर रहित और अच्छे से संचालित हो सके. इस प्रकोष्ठ के माध्यम से मैं जगह जगह अनुष्ठान, भागवत कथा और शिवपुराण आयोजित करती हूं. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य किसी को पटकना नहीं है, बाकी कर्म का फल तो ईश्वर देंगे.
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गाहे-बगाहे खुद को हनुमान भक्त कहते हैं. पार्टी दफ्तर भगवा रंग में रंगा भी नजर आता है. इसके अलावा पार्टी ने चुनावों के मद्देनजर कुछ अहम फैसले किये हैं, जैसे मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ बनाना जिसका मकसद ब्राह्मण वोटों को साधना है और मंदिर की जमीन पर उन्हें मालिकाना हक दिलाने के लिए आंदोलन शुरू करना है.
इसके साथ ही 230 विधानसभा क्षेत्रों में धर्म रक्षा यात्रा और हर जिले में कथा और धार्मिक आयोजन शामिल हैं. धर्म संवाद कार्यक्रम में धर्माचार्यों को शामिल करना है, जिससे बीजेपी के पारंपरिक वोटबैंक में सेंधमारी हो सके. 230 विधानसभाओं में 108 सुंदरकांड के पाठ करवाए जाएंगे. हालांकि चुनाव और धर्म के सवाल पर कांग्रेस कहती है वो भगवान राम के रास्ते पर चलते हैं और बीजेपी धर्म की राजनीति पर.
‘हम धर्म पर चलकर राजनीति करते हैं’
कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो भगवान राम को सीताजी से अलग करते हैं. उन्होंने कहा कि हम बोलते हैं जय सियाराम और वो धर्म से जोड़कर राजनीति करते हैं और हम धर्म पर चलकर राजनीति करते हैं. उन्होंने कहा कि चाहे भगवान कृष्ण हों, भगवान राम हों या हनुमान जी हों, यह न्याय के देवता हैं, जैसा न्याय हिमाचल, कर्नाटक में किया है वैसा न्याय मध्यप्रदेश में करेंगे.
कांग्रेस के आयोजन छलावा : बीजेपी
हालांकि बीजेपी भी धर्म ध्वजा उठाए है. पंडित प्रदीप मिश्रा और बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री के कार्यक्रमों में प्रत्यक्ष और परोक्ष शिरकत कर रही है. मुख्यमंत्री कह चुके हैं मंदिर की जमीन पुजारी ही नीलाम करेंगे. महाकाल के अलावा सभी बड़े मंदिरों के कायाकल्प का ऐलान भी हो चुका है, कांग्रेस के आयोजनों को बीजेपी छलावा बता रही है.
यहां सफलता नहीं मिलेगी : बीजेपी
बीजेपी नेता राजपाल सिसोदिया ने कहा कि जो लोग कव्वाली और उर्स के पोस्टर पर दिखते थे वो आज भागवत में दिखते हैं. यही परिवर्तन आया है, ये हमारे विचार की जीत है. उन्होंने कहा कि ये छद्म लोग हैं, जो एक मोहल्ले में तिलक लगाकर जाएंगे, फिर छिपकर दूसरे मोहल्ले में तिलक मिटाकर जाएंगे. इनसे समाज को खतरा है. सीता जी का हरण साधु बनकर रावण ने किया था, जनता के मतों का हरण छद्म वेशधारी हिन्दू बनकर करेंगे, परंतु यहां सफलता नहीं मिलेगी.
60 सीटों पर निर्णायक हैं ब्राह्मण
मध्य प्रदेश में करीब 40 लाख ब्राह्मण वोटर हैं. यह कुल वोट बैंक का करीब 10 प्रतिशत है. हालांकि विंध्य, महाकौशल, चंबल की 60 से अधिक सीटों पर निर्णायक हैं. पिछले चुनाव में कांग्रेस ने कंप्यूटर और मिर्ची बाबाओं का सहारा लिया था. भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी महाकाल से लेकर ओमकारेश्वर तक गए, नर्मदा आरती हुई. मकसद बीजेपी के अखाड़े में उसको पटखनी देना है.
ये भी पढ़ें :
* MP चुनाव – आंकड़ों की बिसात पर कांग्रेस के दावों और BJP के पलटवार में कितना दम?
* मूंग की फसल के लिए शराब को वरदान मान रहे MP के किसान, कीड़ों से बचाव और ज्यादा पैदावार का दावा
* मध्य प्रदेश : कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता ज्वाला के दो महीने के शावक की मौत