Maharashtra Chunav: शरद पवार को अजीत दादा ने छोड़ा? महाराष्ट्र डिप्टी CM का विस्फोटक खुलासा, बताया सुलह होगी या…


मुंबई: महाराष्ट्र चुनाव सिर पर है, हर राजनीतिक पार्टी जीत के लिए तमात दांव पेंच खेल रही है. नेता मीडिया चैनल को इंटरव्यू दे रहे हैं, साथ ही बड़े खुलासे भी कर रहे हैं. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष अजित पवार फिलहाल अपने राजनीतिक जीवन की सबसे कठिन लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्होंने भी एक विस्फोटक खुलासा किया है. वह अपने चाचा और राकांपा (सपा) अध्यक्ष शरद पवार की पार्टी के खिलाफ बारामती के गृह मैदान और अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ रहे हैं. लड़ाई यह तय करेगी कि महाराष्ट्र के लोग किस पर भरोसा करते हैं. दो मजबूत क्षेत्रीय दलों, राकांपा और शिवसेना में विभाजन के बाद यह पहला राज्य विधानसभा चुनाव है. जिससे यह चुनाव और भी खास हो गया है.

पुणे में अपने बंगले पर उन्होंने द हिंदू को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि वह चाहते हैं कि महाराष्ट्र के लोग उन पर भरोसा करें और एक अच्छे प्रशासक के रूप में उनके कार्य अनुभव के आधार पर उन्हें मौका दें. जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि शरद पवार से अलग होकर उन्होंने कोई गलती की है, तो उन्होंने कहा, “मैंने उन्हें नहीं छोड़ा. सभी विधायकों ने उन्हें पत्र लिखा और उन्होंने इसकी अनुमति दे दी.”

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उन्होंने आगे कहा, ”मैंने उन्हें नहीं छोड़ा. पार्टी के सभी विधायकों ने फैसला लिया और शरद पवार को पत्र लिखा और उन्होंने अपनी अनुमति दे दी. वह पत्र अभी भी उनके रिकॉर्ड में है. यह सिर्फ मेरे बारे में नहीं है. मैं आगे कुछ नहीं कहना चाहता. मैं नई समस्याएं पैदा नहीं करना चाहता. मैंने सिर्फ एक ही चीज तय की है – कड़ी मेहनत करना और महायुति के लिए ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतना.”

सुलह की कोई संभावना?
जब उनसे पूछा गया कि क्या सुलह की कोई संभावना है, तो उन्होंने कहा कि वह इस समय काल्पनिक सवालों का जवाब नहीं देना चाहते. उन्होंने कहा, “इस चुनाव में हमारे लिए सब कुछ दांव पर लगा है, लेकिन उनके (विपक्ष के) लिए भी सब कुछ दांव पर लगा है. हमने लोकसभा चुनाव के दौरान की गई गलतियों को सुधार लिया है. अब माहौल अलग है.”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “बटोगे तो कटोगे” वाले बयान पर हाल ही में उठे विवाद पर उन्होंने कहा कि भाजपा और शिवसेना के साथ गठबंधन में होने के बावजूद उनकी पार्टी ने अपनी धर्मनिरपेक्षता नहीं छोड़ी है.

CM पद की अकांक्षाओं पर क्या बोले अजीत दादा?
मुख्यमंत्री पद की अपनी आकांक्षाओं और क्या उन्हें लगता है कि महाराष्ट्र में एक बार फिर बिहार की तरह गठबंधन में शामिल छोटी पार्टी से सीएम उम्मीदवार चुना जाएगा, इस पर उन्होंने कहा: “मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो अपनी आकांक्षाओं को छिपाता हो. लेकिन अभी मैं इस बारे में नहीं सोच रहा हूं. अगर मैं कुछ कहता हूं, तो इससे गठबंधन के सहयोगी परेशान हो जाते हैं.”

सफेद कुर्ता-पायजामा पहने और बीच वाले बटन के पास एनसीपी के घड़ी के चिह्न को पिन किए हुए अजित पवार शांत दिख रहे थे. व्यस्त प्रचार कार्यक्रम के बीच उन्होंने सवालों के जवाब देते हुए हंसी-मजाक की और इंतजार कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं से बात की. लोकसभा चुनाव में शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (SP) ने 10 सीटों पर चुनाव लड़कर आठ सीटें जीती थीं और अजित पवार का गुट केवल एक सीट जीत सका था.

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