Maharashtra Violence Stone Pelting And Clash Erupt In Kolhapur After Video Of Praising Aurangzeb Tipu Sultan Viral
Maharashtra Aurangzeb Photo Row Violence: महाराष्ट्र के कोल्हापुर (Kolhapur) में औरंगजेब (Aurangzeb) और टीपू सुल्तान की तारीफ वाली वीडियो का स्टेटस लगाने पर बवाल खड़ा हो गया है. पूरी घटना को लेकर महाराष्ट्र की सियासत में उबाल है. सीएम से लेकर डिप्टी सीएम तक शांति की अपील के साथ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रहे हैं. वहीं विपक्ष कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहा. जानिए इस घटना से जुड़ी बड़ी बातें-
1. महाराष्ट्र के कोल्हापुर शहर में बुधवार (7 जून) सुबह सैकड़ों लोग छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर जमा हुए थे. ये पूरा विवाद एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर खड़ा हुआ है. 5 जून को सोशल मीडिया पर औरंगजेब को लेकर एक पोस्ट वायरल हुआ. इसके विरोध में मंगलवार को हिंदू संगठन से जुड़े लोग बड़ी संख्या में थाने का घेराव करने पहुंचे थे. थाने के बाहर हल्का बवाल हुआ जिसके बाद बुधवार को हिंदू संगठनों ने कोल्हापुर बंद का ऐलान किया था.
2. भीड़ छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर सुबह से ही जमा होने लगी थी. पुलिस के मुताबिक भीड़ हिंसक हो उठी जिसके बाद पुलिस को एक्शन लेना पड़ा और फिर पहले लाठीचार्ज हुआ बाद में आंसू गैस के गोले तक छोड़े गए. प्रदर्शन कर रही भीड़ की ओर से पथराव करने के बाद लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
3. इस विवाद की बुनियाद रविवार को कोल्हापुर से तीन सौ किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के अहमदनगर में रखी गई थी. तब कुछ युवक हाथ में औरंगजेब की तस्वीर लेकर जुलूस निकाल रहे थे और इसी जुलूस में भड़काऊ नारे लगे थे. इसके बाद औरंगजेब की तारीफ वाले ये वीडियो कोल्हापुर में वायरल हो गए. अहमदनगर से उठा विवाद कोल्हापुर पहुंचा तो हिंदू संगठनों ने पुलिस में शिकायत की. आरोप है कि पुलिस ने जांच में सख्ती नहीं दिखाई जिसके विरोध में दक्षिणपंथी संगठनों ने बुधवार को शहर बंद का ऐलान कर दिया.
4. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शन को देखते हुए कोल्हापुर में गुरुवार तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. उन्होंने कहा कि राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) के कर्मियों को शहर में तैनात किया गया है जबकि पुलिस ने सतारा से और पुलिस बल की मांग की है. अधिकारी ने कहा कि 19 जून तक धारा-144 लागू कर दी गई है और पांच या इससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
5. पुलिस ने बताया कि दो व्यक्तियों ने मैसुरु के 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की तस्वीर के साथ कथित आपत्तिजनक ऑडियो संदेश को अपने सोशल मीडिया स्टेटस पर लगाया था. जिससे मंगलवार को तनाव हो गया था. दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने दोनों व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. प्रदर्शन होने के बाद पुलिस ने शाम को एक और प्राथमिकी दर्ज की और सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया. बुधवार को फिर से प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए.
6. महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूछा कि विपक्षी खेमे के कुछ नेताओं की ओर से राज्य में दंगे जैसे हालात संबंधी बयान देना और इसके बाद मुगल बादशाह औरंगजेब और टीपू सुल्तान को महिमामंडित किए जाने का क्या आपस में कोई संबंध है. उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं की ओर से राज्य में दंगे जैसे हालात संबंधी बयान और किसी खास समुदाय के एक वर्ग की ओर से औरंगजेब और टीपू सुल्तान को महिमामंडित किए जाने की घटना महज इत्तेफाक नहीं हो सकती.
7. उन्होंने कहा कि मुगल बादशाह औरंगजेब का महिमामंडन महाराष्ट्र में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. फडणवीस ने कहा कि उन्हें अचरज हुआ कि कोल्हापुर में विपक्ष के एक मुख्य नेता ने कहा कि उन्हें मालूम हैं कि दंगे होंगे. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके बयान के बाद वहां के कुछ युवाओं ने औरंगजेब और टीपू सुल्तान का महिमामंडन किया और उसके बाद प्रतिक्रिया आई. क्या बयान और घटनाओं के बीच कोई संबंध है? हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि कौन औरंगजेब का महिमामंडन कर रहा है और कौन लोगों को ऐसा करने के लिए उकसा रहा है. जांच पूरी होने के बाद मैं उन चीजों का खुलासा करूंगा.
8. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और उनसे कानून हाथ में नहीं लेने का अनुरोध किया. शिंदे ने कहा कि कानून हाथ में लेने वाले किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. मैं स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. सामान्य लोगों का कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को शांति बनाए रखने में प्रशासन की मदद करनी चाहिए.
9. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने अहमदनगर और कोल्हापुर में हुई घटनाओं की पृष्ठभूमि में दावा किया कि महाराष्ट्र में कुछ छोटे मुद्दों को धार्मिक रंग दिया जा रहा है और सत्ताधारी दल ऐसी चीजों को बढ़ावा दे रहे हैं, जो चिंता का विषय है. पवार ने आरोप लगाया कि हाल ही में हमने अहमदनगर के बारे में सुना. आज मैंने कोल्हापुर की खबर देखी. लोग सड़कों पर निकल आए और फोन पर संदेश भेजने की एक छोटी सी घटना को धार्मिक रंग देना अच्छा संकेत नहीं है. सत्ताधारी दल ऐसी बातों को बढ़ावा दे रहे हैं.
10. कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने गृह विभाग संभालने वाले फडणवीस पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में असफल रहने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि फडणवीस कानून-व्यवस्था बनाए रखने में असफल रहे हैं, वो तुरंत इस्तीफा दें. गौरतलब है कि अहमदनगर जिले में एक जुलूस के दौरान कथित रूप से मुगल बदशाह औरंगजेब के पोस्टर लेकर घूमने के मामले में चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसके बाद कोल्हापुर में भी बवाल हुआ.
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