MLC चुनाव को लेकर बिहार कांग्रेस में कलह, महिला MLA ने प्रदेश अध्यक्ष पर लगाए संगीन आरोप

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पटना. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी बिहार की नई एनडीए सरकार के फ्लोर टेस्ट के दौरान तक कांग्रेस खुद को बिहार की सबसे बड़ी अनुशासित पार्टी बताते नहीं थक रही थी लेकिन एमएलसी चुनाव में राजद द्वारा एक भी सीट नहीं दिए जाने के बाद कांग्रेस के अंदर बगावती तेवर दिखाने लगे हैं. कांग्रेस की विधायक प्रतिमा दास ने जिस तरीके से प्रदेश अध्यक्ष पर सवाल खड़े किए हैं, उससे पार्टी के अंदर व्याप्त असंतोष अब उभर कर सामने आने लगा है.

दरअसल लोकसभा चुनाव से पहले एमएलसी चुनाव को लेकर बिहार कांग्रेस में हलचल बढ़ी हुई दिख रही है. कांग्रेस की विधायक प्रतिमा दास ने बागी तेवर अपनाते हुए अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है. कांग्रेस विधायक ने कहा है कि प्रदेश अध्यक्ष को बिहार में ही रहना चाहिए, न कि दिल्ली में. इतना ही नहीं, प्रतिमा दास ने यह भी कहा कि प्रदेश की सच्चाई बिहार कांग्रेस प्रभारी और केंद्रीय नेतृत्व को नहीं दी जाती है. अखिलेश सिंह बिहार में केवल रैली अटेंड करने आते हैं.

जब प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश में ही नहीं रहेंगे, तो प्रदेश स्तर के लोग अपनी बात कहां रखेंगे. उन्होंने कहा कि अखिलेश सिंह आलाकमान को मिसगाइड कर रहे हैं. प्रतिमा दास ने कहा कि अखिलेश सिंह के नेतृत्व में  रहते ही हमारे दो विधायक पार्टी से भाग गए. पार्टी के लिए एक भी एमएलसी नहीं मिलने पर पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में नाराजगी है. उन्होंने कहा कि बिहार में भी सभी पार्टियां लोकसभा चुनाव की तैयारियों में लगी हुई हैं, लेकिन अभी तक हमारी प्रदेश कमेटी तक का गठन नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के पास केवल 4 विधायक थे, तब हमारा एमएलसी बनता था, लेकिन अब 17 विधायक हैं, इसके बाद भी एमएलसी नहीं बना है.

प्रतिमा ने कहा कि पार्टी में कई निष्ठावान कार्यकर्ता के हैं, जो कांग्रेस की एकता और अखंडता के लिए काम करते रहे हैं. ऐसे में उन्हें उम्मीद होती है कि हम एमएलसी बनें. अगर 100 कार्यकर्ताओं में से एक को भी एमएलसी बनाते हैं तो 99 कार्यकर्ताओ में पॉजिटिव भावना पैदा होती है. प्रतिमा दास के इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी के अंदर हलचल तेज दिख रही है. पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने इस तरह के बयान पर हैरानी जताई. पार्टी के वरिष्ठ नेता ने न्यूज़ 18 से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस के 19 विधायक होने के बाद राजद ने दरियादिरी दिखाई और अखिलेश सिंह को राज्यसभा में भेजा तो ऐसे में विधान परिषद की एक सीट के लिए पार्टी को हाय तौबा नहीं मचानी चाहिए. उन्होंने कहा कि राजनीति में ताली दोनों हाथों से बजती है।

Tags: Bihar Congress, Bihar News, Bihar politics

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