Mothers Day 2024 How To Take Care Of Working Housewife And Senior Citizen Mothers Mental Health
Mental health care tips for mothers: बच्चों और परिवार के बाकी सदस्यों का ध्यान रखते-रखते मां अपना ख्याल रखना भूल जाती हैं. जबकि परिवार की केयर करने के लिए मां का शारीरिक और मानसिक रूप से सेहतमंद होना जरूरी है. फिर चाहें आपकी मां वर्किंग हो या फिर हाउस वाइफ. ऐसे में अपनी मां की हेल्थ की केयर करना (Mother’s mental health care tips) आपकी जिम्मेदारी हो जाती है. अगर आपकी मां सीनियर सिटीजन की सूची में आती हैं, तो फिर उनकी केयर करना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है. तो आइए जानते हैं कि मां की मेंटल हेल्थ केयर कैसे की जा सकती है.
मां की मेंटल हेल्थ का ख्याल रखने के तरीके (Tips to take care of mother’s mental health)
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एक्सरसाइज करें
बॉडी और माइंड को एक्टिव रखने के लिए एक्सरसाइज को अपनी मां के रुटीन का हिस्सा बनवाएं. अगर उनकी उम्र 60 वर्ष से ऊपर हो रही है तो उनकी सेहत को ध्यान में रखते हुए हल्की-फुल्की एक्सरसाइज को उनकी दिनचर्या में शामिल करवाएं. अगर एक्सरसाइज करना उनके लिए संभव न हो तो वॉक को उनके डेली रुटीन में शामिल किया जा सकता है. आप चाहें तो इसके लिए डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं.
खानपान का ख्याल रखें
मां की उम्र कोई भी हो उनके खानपान का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. हेल्दी डाइट उनको फिजिकल और मेंटल दोनों तरह से फिट रखने में मदद करेगी. इसलिए उनकी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करवाएं जो प्रोटीन, विटामिन्स, मिनिरल्स और अन्य जरूरी न्यूट्रिशन्स से भरपूर हों. अगर मां की उम्र बढ़ रही हो और उनको किसी तरह की हेल्थ प्रॉब्लम हो तो एक बार डॉक्टर से संपर्क जरूर करें.
अच्छी नींद और रेस्ट भी है जरूरी
मेंटली और फिजिकली हेल्दी रहने के लिए अच्छी नींद लेना और आराम करना भी जरूरी है. इसलिए अपनी मां को कम से कम आठ घंटे की गहरी नींद लेने और भरपूर आराम करने की सलाह भी दें. दरअसल रेस्ट न लेने और नींद पूरी न होने की वजह से शरीर में थकान बनी रहती है. जिसका असर शरीर और दिमाग दोनों पर हो सकता है.
बातचीत करते रहें
बच्चे जब बड़े होने लगते हैं तो वह अपनी दुनिया में बिजी हो जाते हैं. ऐसे में मां खुद को काफी अकेला महसूस करने लगती हैं. जिसका असर उनकी मेंटल हेल्थ पर पड़ने लगता है. इसलिए आप कितने भी बिजी क्यों न हों, अपनी मां के साथ थोड़ा सा वक्त जरूर बिताएं. उनसे बातचीत करते रहें और उनके मन की बातों को गौर से सुनें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)