Mysterious Hotel: यह है दुनिया का भूतहा होटल, आज तक कोई नहीं ठहर नहीं पाया, खाली है 103 कमरें, क्या है रहस्य?
Mysterious Hotel: दुनिया अजीब, अद्भुत और रहस्यमयी चीजों से भरी हुई है. लोगों को इनके बारे में बहुत इच्छा होती है. इसलिए सोशल मीडिया पर ऐसी चिजों का भरमार है. हम दुनिया के हॉन्टेड होटल के बारे में बात करने जा रहे हैं. जिस होटल का काफी उत्साह से बनाया जा रहा था. इसे बनाने में सालों लगे. यह बनकर तैयार भी हो गया, मगर आज तक यहां कोई भी रूक नहीं पाया. हम बात कर रहे हैं, उत्तर कोरिया की पिरामिड के आकार की गगनचुंबी होटल रयुगयोंग के बारे में.
इस रहस्यमयी रयुगयोंग होटल को यू-क्यूंग के नाम से भी जाना जाता है. यह होटल उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में स्थित है और इसकी ऊंचाई 330 मीटर है. इसमें कुल 105 कमरे हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि आज तक यहां कोई नहीं रुका सका है. इस होटल को ‘शापित होटल’ या ‘हॉन्टेड होटल’ के नाम से भी जाना जाता है. इसे ‘बिल्डिंग 105’ के नाम से भी जाना जाता है. एस्क्वायर मैग्जीन में इसे मानव इतिहास की सबसे खराब इमारत बताया था.
55 अरब में बना हॉन्टेड होटल
रयुगयोंग होटल को बनाने में लगभग 55 अरब रुपये की लागत आई, जो उस समय उत्तर कोरिया की जीडीपी का दो प्रतिशत था. यह होटल दुनिया का सबसे ऊंचा होटल माना जाता था, लेकिन इसकी ओपनिंग आज तक नहीं हो पाई. इसकी जर्जर स्थिति के कारण इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह मिली. अगर यह होटल समय पर बनकर तैयार हो जाता तो यह दुनिया की सातवीं सबसे ऊंची इमारत और सबसे ऊंचा होटल होता.
निर्माण 1987 में शुरू हुआ
होटल का निर्माण 1987 में शुरू हुआ. दो साल में पूरा होने की उम्मीद थी. निर्माण सामग्री की कमी और निर्माण से संबंधित तकनीकी कठिनाइयों की वजह से कई बार निर्माण कार्य रोका गया. फिर 1992 में उत्तर कोरिया की ख़राब आर्थिक स्थिति के कारण निर्माण कार्य पूरी तरह बंद हो गया. हालांकि, 2008 में निर्माण फिर से शुरू किया गया था. इस भव्य इमारत की व्यवस्था में लगभग 11 अरब रुपये खर्च किए गए थे. इसके बाद इमारत में ग्लास पैनल लगाए गए और अन्य छोटे-मोटे काम पूरे किए गए, लेकिन फिर भी होटल पूरी तरह से चालू नहीं हो सका. 2012 में उत्तर कोरियाई सरकार ने जल्द ही रयुगयोंग होटल का निर्माण पूरा करने का दावा किया था. हालांकि, बार-बार तारीखें बदलने के बावजूद होटल आज तक अधूरा है.
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FIRST PUBLISHED : December 21, 2024, 11:08 IST