NCP Chief Sharad Pawar Slams Modi Govt Over New Parliament Again Also Mentions Photo Of Parliament First Session
Sharad Pawar On New Parliament: एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने नए संसद भवन को लेकर एक बार फिर बीजेपी नीत केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. नई संसद के पहले सत्र की एक तस्वीर पर भी उन्होंने तंज कसा है. पवार ने मंगलवार (6 जून) को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में महात्मा गांधी मिशन विश्वविद्यालय में आयोजित ‘सौहर्द बैठक’ नामक कार्यक्रम से केंद्र को घेरा.
उन्होंने अपने भाषण के दौरान संसद से जुड़ी गतिविधियों को लेकर संवाद के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि नए संसद भवन पर फैसला राजनीतिक दलों से बातचीत के जरिये लिया जा सकता था.
‘पहले भी राजनीतिक दलों के बीच मतभेद थे…’
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एनसीपी प्रमुख ने कहा कि संसदीय गतिविधियों के लिए बातचीत में शामिल होने के मामले में सामान्य गिरावट आई है. इससे पहले भी राजनीतिक दलों के बीच मतभेद थे लेकिन उन्होंने बातचीत के जरिये उन्हें सुलझाने की कोशिश की.
‘नई संसद के बारे में मुझे अखबारों से पता चला’
शरद पवार ने कहा, ”मुझे समझ नहीं आया कि नए संसद भवन की आवश्यकता क्यों थी. इसके बारे में फैसला (राजनीतिक दलों के साथ) बातचीत के जरिये लिया जा सकता था लेकिन नए भवन के बारे में मुझे अखबारों से पता चला.”
गौरतलब है कि नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. 20 से ज्यादा विपक्षी दलों ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया था. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने नए संसद के उद्घाटन को राज्याभिषेक बनाने का आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया था.
कई विपक्षी दलों ने बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए खुद को कार्यक्रम से दूर रखा था. उन दलों ने कहा था कि नई संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों होना चाहिए क्यों कि वह संवैधानिक प्रमुख हैं.
केंद्र पर पवार का वार
पवार ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ”सरकार के प्रमुख लोग नियमित रूप से संसद सत्र में भाग नहीं लेते हैं. अगर सरकार का मुखिया किसी दिन संसद में आ जाए तो वह दिन अलग ही लगता है. संसद सबसे ऊपर है. अगर इसे महत्व नहीं दिया जाता है तो (इसके बारे में) लोगों की धारणा भी प्रभावित होती है.”
संसद के पहले सत्र की तस्वीर का जिक्र
संसद में खुद को एक छोटी राजनीतिक पार्टी का नेता बताते हुए पवार ने कहा, ”हमने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति को आमंत्रित करने की मांग की थी, जिसका विरोध करने की कोई जरूरत नहीं थी.” उन्होंने याद दिलाया कि संसद के पहले सत्र के बाद ली गई तस्वीर में डॉक्टर बी आर आंबेडकर और पंडित जवाहरलाल नेहरू समेत देश के कई नेता थे.
शरद पवार ने आरोप लगाया कि निर्वाचित नेताओं को संसद के नए भवन में प्रवेश करने का मौका नहीं मिला. उन्होंने कहा, ”नए संसद भवन की जो पहली तस्वीर सामने आई वो निर्वाचित सदस्यों की नहीं, बल्कि भगवा वस्त्र पहने लोगों की थी.”
इससे पहले नई संसद के उद्घाटन वाले दिन (28 मई को) शरद पवार ने मीडिया के सवालों का जवाब देते कहा था कि उन्हें खुशी है कि कार्यक्रम में नहीं गए. उन्होंने कहा था, ”मैंने सुबह कार्यक्रम देखा. खुशी है कि मैं वहां नहीं गया. उधर जो कुछ हुआ उसे देखकर मैं चिंतित हूं. क्या हम देश को पीछे ले जा रहे हैं? क्या यह आयोजन सीमित लोगों के लिए ही था?”
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