JNU का नाम बदलने पर रोचक जंग : भाजपा नेता की मांग नाम बदलो ABVP ने कहा- जरूरत नहीं

नई दिल्ली JNU: देश-दुनिया के नामी शिक्षण संस्थानों में शुमार जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय का नाम बदलने को लेकर एक बार फिर जंग छिड़ गई है। इस बार यह जंग थोड़ी अधिक रोचक हो गई है, क्योंकि केरल के भाजपा नेता और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सुर अलग-अलग हैं। वहीं, कांग्रेस इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर है। 

ऐसे शुरू हुआ विवाद

भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय  महासचिव सीटी रवि ने मांग की है कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय का  नाम बदल कर स्वामी विवेकानंद किया जाना चाहिए। यह मांग पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जेएनयू में स्वामी विवेकांनद की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद आई है। वहीं, कांग्रेस ने इस मांग के विरोध में मोर्चा खोल दिया है।

ट्वीट कर भाजपा नेता ने उठाई मांग

पिछले दिनों गोवा, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के प्रभारी बनाए गए भारतीय जनता पार्टी के महासचिव सीटी रवि ने मांग की है कि  जेएनयू का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखा जाए। इस मांग मद्देनजर सीटी रवि ने ट्वीट किया है- ‘स्वामी विवेकानंद भारत की विचारधार के लिए खड़े हुए थे और उनके दर्शन और मूल्य भारत की ताकत को दर्शाते हैं। यह सही है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय कर दिया जाए। भारत के देशभक्त संत का जीवन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।

भारतीय जनता पार्टी के महासचिव सीटी रवि की जेएनएन का नाम बदलकर विवेकानंद के नाम पर रखने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी संगठन सहमत नहीं है। जेएनयू एबीवीपी ईकाई के अध्यक्ष शिवम चौरसिया ने विवाद के बाबत कहा कि हम नाम बदलने के पक्ष में नहीं है। हमें लगता है नाम सही है। यही नाम रहना चाहिए। 

बता दें कि जेएनयू और वाम और दक्षिण पंथों संगठनों के बीच सालों से राजनीतिक लड़ाई चलती आ रही है। एक बार नहीं कई बार जेएनयू का नाम बदलने की बात उठ चुकी है। भाजपा नेता सुब्रह्ममण्यम स्वामी तो जेएनयू का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर करने की वकालत कर चुकी है।

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