No punishment for insulting President in France know what is the punishment for this in India


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर सोनिया गांधी की टिप्पणी पके बाद राजनीतिक विवाद छिड़ गया है. बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है. बता दें कि कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता सोनिया गांधी ने महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को “बेचारी, गरीब और थकी हुई” कहा था. वहीं राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के भाषण को “बोरिंग” बताया था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक देश ऐसा भी है, जहां राष्ट्रपति का अपमान करने पर कोई सजा नहीं मिलती है. 

राष्ट्रपति का अपमान

बता दें कि सोनिया गांधी के महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को बेचारी, गरीब और थकी हुई कहने के बाद से बीजेपी ने सोनिया गांधी पर राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगाया है. बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रपति के साथ एक देश की बेटी का भी अपमान किया है. वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए बीजेपी को दलित और आदिवासी विरोधी बताया है.

इस देश में कर सकते हैं राष्ट्रपति का अपमान

दुनिया के किसी भी देश में संवैधानिक पदों पर बैठे हुए व्यक्ति का अपमान कोई भी व्यक्ति नहीं कर सकता है. ऐसा करने पर सभी देशों में सजा का प्रावधान है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने वाले हैं, जिस देश में राष्ट्रपति का अपमान करने पर कोई सजा नहीं मिलती है. जी हां. जानिए ये देश कहां पर है.

इस देश में कर सकते हैं राष्ट्रपति का अपमान 

बता दें कि फ्रांस में राष्ट्रपति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने पर कोई सजा नहीं मिलती है. दरअसल एक मामले की सुनवाई के बाद 2013 में फ्रांस में राष्ट्रपति पर टिप्पणी करने को लेकर कानूनी मान्यता मिल गई थी. इसको लेकर फ्रांस की संसद ने 1881 के कानून में संशोधन भी किया है. दरअसल फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को एक व्यक्ति ने “गेट लॉस्ट” कहा था. जिसके बाद कोर्ट ने उसे सजा दी थी. लेकिन बाद में यूरोपीय मानवाधिकार अदालत ने 2013 मार्च में फैसला दिया था कि फ्रांस में अभिव्यक्ति की आज़ादी का उल्लंघन हुआ है. उस दौरान यूरोपीय अदालत ने कहा था कि उस व्यक्ति का दोषी पाया जाना और उस पर 30 यूरो का जुर्माना “अनुचित” था.

भारत में कितनी सजा?

अब सवाल ये है कि भारत में राष्ट्रपति का अपमान करने पर कितनी सजा मिलती है. बता दें कि अगर भारत में कोई व्यक्ति किसी संवैधानिक पर बैठे व्यक्ति को कुछ अपशब्द कहता है या किसी तरह का हमला करने का प्रयास करता है, तो उस व्यक्ति के खिलाफ राजद्रोह के तहत कार्रवाई हो सकती है. इसके अलावा देश में सरकार विरोधी बातें लिखना, बोलना, समर्थन करना, राष्ट्रीय चिन्हों का अपमान करना, संविधान को नीचा दिखाना आदि राजद्रोह है. इतना ही नहीं अगर कोई व्यक्ति देश विरोधी संगठन के साथ में किसी तरह का संबंध रखता है, तो यह भी राजद्रोह है.

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