Not Raj Kapoor Dilip Kumar Or Amitabh Bachchan This Superstar Is The Uncrowned King Of Bollywood Know Why
नई दिल्ली:
ओटीटी के दौर में अब फिल्में देखना बहुत आसान हो गया है. बस फिल्म लॉन्च हुई नहीं कि उसे अपने आराम के हिसाब से कभी भी देख सकते हैं. न टिकट खिड़की की लाइन में लग कर खड़े रहने का टेंशन, न दूसरे लोगों के साथ हुज्जत. लेकिन एक दौर में इस तरह फिल्म देखने का मजा ही कुछ अलग हुआ करता था. तब सिनेमाघरों के बाहर लाइन लगाकर खड़े होना टिकट लेकर फिल्म देखना फैन्स का शगल हुआ करता था. फिल्में भी ऐसी होती थीं जो महज दो या तीन सप्ताह में पर्दे से नहीं उतरती थीं बल्कि सालों साल तक थिएटर में टिकी रहती थीं. आपको बताते हैं उन पांच फिल्मों के बारे में जो सबसे ज्यादा दिनों तक सिनेमाघर में लगी रहीं.
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दिल वाले दुल्हनियां ले जाएंगे
इस मामले में टॉप पर है शाहरुख खान और काजोल की फिल्म दिल वाले दुल्हनियां ले जाएंगे. फिल्म साल 1995 में रिलीज हुई थी. लेकिन आज भी इसके टिकट मिल रहे हैं. ये फिल्म अब तक मुंबई की टॉकीज मराठा मंदिर में लगी हुई है. 29 साल बाद भी इसके टिकट मिल रहे हैं और लोग इस फिल्म को देखने पहुंचते हैं. आप चाहें तो बुक माय शो से टिकट बुक भी कर सकते हैं.
शोले
धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, हेमा मालिनी की फिल्म शोले ने भी बॉक्स ऑफिस पर जमकर शोले बरसाए हैं. ये फिल्म करीब 286 हफ्ते तक टॉकीज में लगी रही. और, इसे देखने दर्शक भी पहुंचते रहे. 1975 में आई फिल्म करीब पांच साल तक मिनर्वा थिएटर में देखी जाती रही.
मुगल ए आजम
ये फिल्म हिंदी फिल्म इंड्स्ट्री के लिए किसी शाहकार से कम नहीं है. फिल्म के स्टार्स का उम्दा अभिनय और शानदार डायलॉग्स फिल्म की जान थे. भव्य सेट्स ने भी फिल्म को खास बनाया था. 1960 में रिलीज हुई के आसिफ की ये फिल्म तीन साल तक थिएटर से नहीं उतरी थी.
किस्मत
अशोक कुमार और मुमताज की ये फिल्म भी बुलंद किस्मत लेकर रिलीज हुई थी. 1943 में रिलीज हुई फिल्म को दर्शकों ने जी भरकर प्यार दिया. ये पहली ऐसी फिल्म मानी जाती है जिसमें लीड कैरेक्टर को निगेटिव शेड में दिखाया गया और लड़की को शादी से पहले प्रेग्नेंट बताया गया. फिल्म करीब साढ़े तीन साल तक कोलकाता के रॉक्सी सिनेमा में लगी रही.
बरसात
राज कपूर और नरगिस की साल 1949 में रिलीज हुई ये इंटेंस लव स्टोरी भी दो साल तक थिएटर से नहीं उतरी. इसी फिल्म की रिलीज के बाद राज कपूर ने ऐतिहासिक आरके स्टूडियो की स्थापना की थी.
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