Officials leave canceled amid increasing incidents of forest fire in forests – News18 हिंदी


हिना आज़मी/देहरादून.उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने के बाद से ही लगातार राज्य के जंगलों में आग तांडव मचा रही है. बीते कुछ दिनों में पहाड़ी जिलों में लगी आग के आबादी क्षेत्रों मे पहुंचने से लोग दहशत में नजर आ रहे हैं. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून, पिथौरागढ़, नैनीताल समेत राज्य के कुमाऊं औऱ गढ़वाल दोनों ही क्षेत्र के जंगल सुलग रहे हैं. क़ई क्षेत्रों की आग इतनी भीषण हो गई कि  आग बुझाने के लिए वायु सेना के हेलीकॉप्टर को उतारा गया. 1 अप्रैल 27 अप्रैल 2024 तक राज्य में 559 वनाग्नि के मामले सामने आए, जिनमें 689 हेक्टेयर जंगल स्वाह हो गए.

शनिवार को हल्द्वानी फॉरेस्ट ट्रेंनिंग अकादमी के सभागार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में बढ़ती वनाग्नि की घटनाओं पर नियंत्रित करने के लिए वन विभाग और संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर बैठक की. इस दौरान सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वनाग्नि की घटनाओं की जानकारी मांगी और इससे निपटने के लिए मंथन किया. सीएम धामी ने बैठक में अधिकारियों को वन विभाग से जुड़े लोगों को अवकाश निरस्त करने के निर्देश दिए ताकि 24 घंटे टीम जंगल में आग को लेकर  अलर्ट रहे और त्वरित कार्रवाई करते हुए जंगल की आग बुझा सके.

इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वन विभाग और फायर ब्रिगेड समिति सभी राहत बचाव कार्य करने वाले विभाग सक्रिय रहे. इसके साथी सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए और लोगों को जागरूक भी किया जाए ताकि उनकी सहभागिता भी मिल सके.

वही वन मंत्री सुबोध उनियाल ने देहरादून वन मुख्यालय में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने बताया कि बैठक में वनग्नि की घटनाओं का ब्यौरा रखा गया और उस पर चर्चा की गई है कि किस तरह से इस स्थिति से निपटा जाए. उन्होंने बताया कि आग बुझाने के लिए तमाम इक्विपमेंट्स तैयार रखे गए हैं. इसके अलावा विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में है. जरूरत पड़ने पर सेना की मदद भी ली जा रही है. मानव संसाधन को बढ़ाने के लिए अब तक 3983 फायर वाचर भी तैनात किए गए हैं. इसके अलावा टोल फ्री नम्बर भी जारी किए गए हैं.

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