Pakistan Crisis FM Bilawal Bhutto-Zardari Calls For Imaginative Multi-dimensional Approach To Foreign Policy | Pakistan Economic Political Crisis: बिलावल ने बताई पाक को संकट से उबारने की तरकीब, बोले
Pakistan Economic Political Crisis 2023: आर्थिक एवं राजनीतिक संकट से ग्रस्त पाकिस्तान में हालत कब स्थिर होंगे, ये कहा नहीं जा सकता. एक ओर पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था (Pakistan Economy) बदहाल है, वहीं दूसरी ओर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जबरदस्त खींचातानी चल रही है. ऐसे में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बेटे व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी (Bilawal Bhutto-Zardari) ने मुल्क के घरेलू मसले सुलझाने के लिए एक मशविरा दिया है, घरेलू मसले सुलझाने के लिए ने कहा कि विदेश से हमारे मजबूत संबंध जरूरी हैं, इसलिए हमें इस पर जोर देना चाहिए. इससे मुल्क की आर्थिक दिक्कतों के साथ-साथ अन्य मसले भी हल हो सकेंगे.
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, बिलावल ने पाकिस्तान की विदेश नीति के लिए अधिक कल्पनाशील, बहुआयामी दृष्टिकोण पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि मुल्क के घरेलू मुद्दों को संबोधित करने के लिए संबंधों के त्वरित पुनर्निर्माण, प्रमुख राजधानियों के साथ विश्वास बहाल करने और पारंपरिक साझेदारों के साथ व्यापक जुड़ाव को फिर से मजबूत करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सभी प्रमुख शक्तियों के साथ अच्छे संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें न केवल अमेरिका और चीन बल्कि यूरोप, रूस, जापान और आसियान देश भी शामिल हैं.
‘ईरान, तुर्किये, कतर और अरब से साझेदारी मजबूत हुई’
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, विदेश मंत्री बिलावल ने इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटेजिक स्टडीज इस्लामाबाद (आईएसएसआई) के 50वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद ने पाकिस्तान-अफ्रीका संबंधों में सकारात्मक रुझान देखने के अलावा सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, तुर्किये (तुर्की), ईरान और कतर के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत और गहरा किया है. हालांकि, इस मर्तबा वो भारत का जिक्र करने से बचे.
डॉलर के मुकाबले गिरता जा रहा पाकिस्तानी रुपया
पाकिस्तान की मौजूदा हुकूमत जहां मुल्क की बेहतरी के आवश्यक कदम उठाने की पींगें मार रही है, वहीं दूसरी ओर खस्ताहाल अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटते नहीं नजर आ रही. पाकिस्तानी रुपये की वैल्यू आए रोज कम होती जा रही है. एक अमेरिकी डॉलर की बराबरी करने के लिए अब 287.42 पाकिस्तानी रुपये चाहिए होंगे. इससे समझा जा सकता है कि पाकिस्तान की करंसी कितनी बेदम हो गई है.
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