Pakistan Independence Day 2023 Know How Independence Day Is Being Celebrated In Pakistan Read Here All Details
भारत और पाकिस्तान एक साथ आजाद हुए थे. जैसे भारत 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस सेलिब्रेट करता है, वैसे पाकिस्तान 14 अगस्त को ये खास दिन सेलिब्रेट करता है. भारत में तो आपने देखा होगा कि 15 अगस्त के मौके पर हर गांव, शहर आजादी के रंग में रंग जाता है और हर तरफ तिरंगों के जरिए ये दिन सेलिब्रेट किया जाता है. घर से लेकर लाल किले तक इसे सेलिब्रेट किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं इस खास मौके पर पाकिस्तान में क्या होता है और पाकिस्तान में किस तरह से स्वतंत्रता दिवस सेलिब्रेट किया जाता है.
ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि जिस तरह से 15 अगस्त को भारत में प्रधानमंत्री लालकिले पर झंडा फहराते हैं, वैसे पाकिस्तान में आधिकारिक तौर पर क्या क्या किया जाता है. इसके साथ ही सार्वजनिक तौर पर किस तरह से इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है…
पाकिस्तान में क्या-क्या होता है?
पहले तो आपको बता दें कि पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस को Independence Day के साथ ही यौम-ए-आजादी के नाम से भी जाना जाता है. ऐसे में लोग एक दूसरे को ‘यौम-ए-आजादी मुबारक’ कहकर बधाई देते हैं. वहीं अगर आधिकारिक सेलिब्रेशन की बात करें तो इसके कार्यक्रम पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आयोजित होते हैं. इस दिन पार्टियामेंट हाउस और प्रेसिडेंसी में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है. इसके साथ ही राजधानी में 31 तोपों की सलामी दी जाती है और अलग अलग राजधानियों में 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
इस दिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति लाइव टेलीकास्ट के जरिए देश को संबोधित करते हैं. इसके साथ ही राजनीतिक हस्तियां रैलियां करती हैं, भाषण देती हैं और भारत की तरह स्कूल, सरकारी दफ्तर आदि में झंडा फहराने के साथ ये दिन सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन प्रेसिडेंट हाउस, सुप्रीम कोर्ट आदि को भारत की तरह ही सजाया जाता है.
इस बार क्यों है खास?
पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. इसके साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय में हर साल होने वाला पारंपरिक ध्वजारोहण समारोह इस साल आयोजित नहीं होगा, क्योंकि कार्यवाहक प्रधानमंत्री सोमवार को शपथ लेंगे. ऐसे में इस साल के स्वतंत्रता दिवस को पाकिस्तान में खास माना जा रहा है.
ये भी पढ़ें- इस देश को रातों-रात क्यों छोड़ रहे हैं भारतीय, जानिए विदेश मंत्रालय के अलर्ट के पीछे की कहानी