Passengers Created Ruckus Panic When Flight Could Not Land In Mumbai Indigo Change Pilot At Udaipur Airport
Indigo Flight: लखनऊ से मुंबई के लिए उड़ान भरने वाली एक फ्लाइट में तब बवाल शुरू हो गया जब पायलट ने फ्लाइट को डायवर्ट कर दिया. इंडिगो की फ्लाइट 6ई 2441 के पायलट ने मुंबई में लैंड करने की जगह इसे डायवर्ट कर दिया और बाद में उदयपुर में प्लेन को लैंड कराया. इससे पहले पायलट ने लैंडिंग के कई प्रयास किए. जब ये सब हो रहा था तो हवा में कई लोगों की सांसे अटकी पड़ी थीं, लोगों में हड़कंप मच गया कि आखिर प्लेन क्यों लैंड नहीं हो पा रहा है, यात्रियों के भारी विरोध के बाद उदयपुर में पायलट बदलना पड़ा. जिसके बाद रात 8 बजे ये फ्लाइट मुंबई लौट पाई.
मुंबई में नहीं हो पाई लैंडिंग
दरअसल लखनऊ से इंडिगो की ये फ्लाइट सुबह करीब 11 बजे मुंबई के लिए रवाना हुई थी. फ्लाइट को दोपहर करीब 1 बजे तक मुंबई में लैंड करना था, लेकिन लैंडिंग के लिए पायलट ने लगातार दो चक्कर लगाए. इसके बाद पायलट ने उदयपुर एयरपोर्ट की तरफ जाने का फैसला लिया. यात्रियों ने दावा किया कि उदयपुर में भी लैंडिंग से पहले दिक्कतें आईं, जब तीसरे अटेंप्ट में लैंडिंग हुई तो ये काफी बुरी थी.
उदयपुर में यात्रियों ने किया विरोध
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ से लेकर मुंबई और फिर उदयपुर तक हुए इस पूरे घटनाक्रम के बाद यात्रियों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया. सभी लोगों ने पायलट को हटाने की मांग की और बाद में इसे पूरा भी कर दिया गया. एयरलाइन ने दूसरा पायलट भेजा और फ्लाइट मुंबई के लिए रवाना हुई. हालांकि एयरलाइन कंपनी की तरफ से खराब मौसम को इस सबका कारण बताया गया.
करीब तीन घंटे चली बहस
एक यात्री ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में पूरी जानकारी दी. उसने बताया कि मुंबई में पायलट ने दो कोशिशें कीं, लेकिन फ्लाइट को लैंड नहीं करा पाया. इसके बाद उदयपुर में भी यही सब देखने को मिला. अगर खराब मौसम कारण था तो उदयपुर में ऐसा क्यों हुआ? इसीलिए सभी यात्रियों ने मिलकर फैसला किया कि वो नए पायलट के साथ ही अब उड़ान भरेंगे, करीब 3 घंटे तक चली बहस के बाद आखिरकार पायलट बदल दिया गया.
इस घटना का जिक्र करते हुए कई यात्रियों ने ट्विटर पर भी अपना गुस्सा जाहिर किया. लोगों ने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और DGCA कौ टैग करते हुए शिकायतें कीं. उन्होंने आशंका जताई कि या तो प्लेन में कोई खराबी है या फिर पायलट सक्षम नहीं है. इसीलिए मंत्रालय को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए.