Poisonous Bird: इस चिड़िया के अंदर सांप से भी जहरीला जहर, इसको छूने भर से जा सकती है जान
<p>दुनिया में बहुत सारे जानवर जहरीले होते हैं. सांप को भी सबसे ज्यादा जहीराला जानवर माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक पक्षी ऐसी भी है, जिसका जहर सांप से भी ज्यादा खतरनाक है. आज हम आपको इस जहरीले पक्षी के बारे में बताएंगे.</p>
<p><strong>इस पक्षी का नाम</strong></p>
<p>आज हम आपको जिस पक्षी के बारे में बता रहे हैं, इसके जहर की तुलना किंग कोबरा सांप से की जाती है. हालांकि बाकी पक्षियों की तरह ये भी पक्षी दिखने में बहुत सुंदर और मासूम लगती है. लेकिन अगर किसी व्यक्ति ने गलती से इसका पंख भी छू लिया तो पैरालाइज होने से लेकर कुछ मिनट के अंदर जान तक जा सकती है. बता दें कि इस चिड़िया को हुडेड पितोहुई या गिनी पितोहुई कहते हैं.</p>
<p>बता दें कि हुडेड पितोहुई मुख्य तौर पर पापुआ न्यू गिनी में पाए जाते हैं. स्थानीय लोग इस पक्षी को बकवास या कचरा पक्षी भी कहते हैं. इसके पीछे की वजह इस पक्षी का जहरीली होना है. बर्डस्पॉट की एक रिपोर्ट के मुताबिक 1990 तक इस चिड़िया के जहरीले होने के बारे में खास जानकारी नहीं थी. 1990 में पहली बार कैलिफोर्निया एकेडमी ऑफ साइंस के इकोलॉजिस्ट जैक डम्बसर ने इसके जहरीले होने का पता लगाया था. </p>
<p><strong>इस पक्षी पर रिसर्च</strong></p>
<p>जानकारी के मुताबिक जैक, पापुआ न्यू गिनी में हुड वाले पितोहुइस पर अध्ययन कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने हुडेड पितोहुई पर रिसर्च शुरू की थी. जब इस पक्षी को जाल से छोड़ने लगे तो गलती से उनके हाथ में कट लग गया और तेज जलन होने लगी. जिसके कुछ मिनट बाद हाथ सुन्न पड़ गया था. इसके बाद जलन से बचने के लिए जैक डम्बस ने कट वाली उंगली मुंह में डाल ली थी. कुछ सेकेंड में उनके होंठ और जीभ जलने लगे और बेहोशी जैसी हालत हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. </p>
<p>हालांकि इसके बाद जैक डम्बसर को समझ में आया कि उन्होंने दुनिया का पहला जहरीला पक्षी खोज निकाला है. इसके बाद डम्बसर ने अपने रिसर्च में ये देखना शुरू किया कि आखिर पितोहुई के ऊतकों में ऐसे कौन से रसायन हैं, जो इतने जहरीले हैं. जानकारी के मुताबिक दो साल की रिसर्च के बाद साल 1992 में वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि हुडेड पितोहुई में बैट्राचोटॉक्सिन पाया जाता है, जो दुनिया का सबसे घातक न्यूरोटॉक्सिन जहर है.</p>
<p>जो इसके टीश्यू से लेकर स्किन और पंख तक में होता है. बता दें कि कोबरा में भी न्यूरोटॉक्सिन ही पाया जाता है. वैज्ञानिकों के मुताबिक हुडेड पितोहुई खुद इस जहर का उत्पादन नहीं करते, बल्कि उनके शरीर में इस विष सबसे बड़ा सोर्स उसका भोजन है. हुडेड पितोहुई मुख्य तौर पर बीटल्स को अपना शिकार बनाते हैं, जिसे मलेरिया बीटल भी कहा जाता है. </p>
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