Private Health Insurance Claimed Amount: हेल्थ इंश्योरेंस में प्राइवेट कंपनियों का पकड़ा गया खेल, 80% से भी कम दे रहीं क्लेम अमाउंट, IBAI ने जारी किए चौंकाने वाले आंकड़े
नई दिल्ली. अगर आपने किसी इंश्योरेंस कंपनी से हेल्थ इंश्योरेंस ले रखा है और कभी इलाज के समय क्लेम करने की नौबत आ गई, तो मान के चलिए कि आपने जितनी राशि क्लेम की है उतनी कभी नहीं मिलेगी. यदि आपने हेल्थ इंश्योरेंस किसी प्राइवेट कंपनी से लिया है तो पूरा क्लेम तो छोड़िए, अगर आपको 60-70 फीसदी राशि भी मिल गई तो बहुत है.
बीमा ब्रोकर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IBAI) द्वारा जारी किए गए आंकड़े कुछ यही हालात बयां कर रहे हैं. भारत में स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र में 2023 के दौरान 20 निजी बीमा कंपनियों ने बीमित मरीजों द्वारा किए गए दावों का 80% से कम भुगतान किया. इसका मतलब है कि यदि किसी मरीज ने अस्पताल बिल के रूप में ₹1 लाख का दावा किया, तो बीमा कंपनी ने ₹80,000 से भी कम राशि का भुगतान किया, जबकि शेष राशि मरीज को खुद चुकानी पड़ी. आइए जानते हैं क्या आंकड़े सामने आए.
क्लेम अमाउंट देने में प्राइवेट कंपनिया रहीं फिसड्डी
IBAI के आंकड़ों के मुताबिक, 2023 में स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र में शामिल 29 बीमा कंपनियों में से केवल चार कंपनियों का क्लेम पेड रेशियो (कुल क्लेम की संख्या के आधार पर) 90% से अधिक रहा. इनमें न्यू इंडिया एश्योरेंस 95.04% के साथ पहले स्थान पर रही, जबकि आदित्य बिड़ला हेल्थ 94.52%, इफ्को टोकियो 91.70% और बजाज अलायंज 90.29% पर रहीं. वहीं, 10 बीमा कंपनियों का क्लेम पेड रेशियो 80% से कम दर्ज किया गया, जिनमें अधिकांश निजी बीमा कंपनियां शामिल थीं.
आंकड़ों के अनुसार दावा की गई राशि के अनुपात में भुगतान की गई राशि में न्यू इंडिया एश्योरेंस सबसे आगे रही, जिसने दावा की गई राशि का 98.74% भुगतान किया. इसके बाद ओरिएंटल इंश्योरेंस 97.35% के साथ दूसरे स्थान पर रही.
दूसरी ओर, प्राइवेट कंपनियों की बात करें तो, एचडीएफसी एर्गो ने केवल 71.35% का भुगतान किया, जबकि आईसीआईसीआई लोम्बार्ड का प्रदर्शन इससे भी कमजोर रहा, जिसने केवल 63.98% का भुगतान किया.
IRDAI की वार्षिक रिपोर्ट के आंकड़े
भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) की 2022-23 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान जनरल और स्वास्थ्य बीमा कंपनियों ने कुल 2.36 करोड़ स्वास्थ्य बीमा दावे निपटाए और ₹70,930 करोड़ का भुगतान किया. प्रति दावा औसत भुगतान ₹30,087 रहा.
संख्या के हिसाब से, 75% दावे थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर्स (TPAs) के जरिए निपटाए गए, जबकि शेष 25% दावे इन-हाउस मैकेनिज्म से सुलझाए गए. संख्या के हिसाब से, 75% दावे थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर्स (TPAs) के जरिए निपटाए गए, जबकि शेष 25% दावे इन-हाउस मैकेनिज्म से सुलझाए गए.
भुगतान के तरीके के आधार पर, 56% दावे कैशलेस मोड में और 42% दावे रिइंबर्समेंट मोड में निपटाए गए. वहीं, 2% दावे कैशलेस और रिइंबर्समेंट मोड दोनों के जरिए सुलझाए गए. IRDAI द्वारा अभी वित्तीय वर्ष 2023-24 के स्वास्थ्य बीमा दावों के आंकड़े जारी करना बाकी हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 2, 2024, 16:36 IST