Pro-Khalistan Slogans Raised In The Presence Of Prime Minister Justin Trudeau On Khalsa Day In Canada – कनाडा में खालसा दिवस पर प्रधानमंत्री ट्रूडो की मौजूदगी में लगे खालिस्तान समर्थक नारे
इस कार्यक्रम में “खालिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगे, जिसमें एनडीपी नेता जगमीत सिंह और टोरंटो मेयर ओलिविया चाउ भी मौजूद थे.
ऐसा ही एक उदाहरण तब भी देखा गया जब कनाडा के आधिकारिक विपक्ष के नेता पियरे पोइलिवरे कार्यक्रम में एकत्र लोगों को अपना संबोधन शुरू करने के लिए मंच पर आए.
ये ग्रुप कई सालों से लेक शोर बुलेवार्ड के नीचे एक वार्षिक परेड का आयोजन करता रहा है. सीबीसी न्यूज के अनुसार, परिषद का दावा है कि ये देश की तीसरी सबसे बड़ी परेड है और इसमें नियमित रूप से हजारों दर्शक आते हैं.
खालिस्तान के समर्थन में लगे नारे
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जब टोरंटो में सिख समुदाय को संबोधित करने के लिए आगे बढ़े तो भीड़ में से खालिस्तान के समर्थन में जोरदार नारे लगाए गए. ट्रूडो ने देश में सिख समुदाय को आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार हर कीमत पर उनके अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हमेशा मौजूद है.
उन्होंने कहा, “विविधता कनाडा की सबसे बड़ी शक्तियों में से एक है और देश मतभेदों के बावजूद नहीं, बल्कि उन मतभेदों के कारण मजबूत है.”
उन्होंने कहा, “इस देश भर में सिख विरासत के लगभग 800,000 कनाडाई लोगों के लिए, हम आपके अधिकारों और आपकी स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हमेशा मौजूद रहेंगे, और हम हमेशा नफरत और भेदभाव के खिलाफ आपके समुदाय की रक्षा करेंगे.”
कनाडाई पीएम ने ये भी कहा कि देश सामुदायिक केंद्रों और गुरुद्वारों सहित पूजा स्थलों पर अधिक सुरक्षा बढ़ाकर, सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के कार्यक्रमों को बढ़ा रहा है.
सिखों के मौलिक अधिकार सुरक्षित – पीएम ट्रूडो
ट्रूडो ने अपने खालसा दिवस संबोधन में सिख समुदाय को आश्वासन दिया, “स्वतंत्र रूप से और बिना किसी डर के अपने धर्म का पालन करने का आपका अधिकार बिल्कुल वैसा ही है. कनाडाई चार्टर ऑफ राइट्स एंड फ्रीडम में गारंटीकृत एक मौलिक अधिकार है, जिसके लिए हम हमेशा खड़े रहेंगे और आपकी रक्षा करेंगे.”
हालांकि, ट्रूडो की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंध कठिन दौर से गुजर रहे हैं.
भारत द्वारा नामित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या ने विशेष रूप से भारत और कनाडा के बीच विवाद को जन्म दिया.
हाल ही में मार्च में सामने आए उसकी हत्या के वीडियो में निज्जर को हथियारबंद लोगों द्वारा गोली मारते हुए दिखाया गया है, जिसे ‘कॉन्ट्रैक्ट किलिंग’ बताया गया है.
इसके बाद प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि हत्या में भारत सरकार का हाथ था. वहीं भारत ने इस दावे का खंडन किया. इसके बाद कनाडा और भारत के बीच राजनयिक संबंधों में गिरावट आई.