PTR के बाघ संरक्षण मॉडल को मिली नई पहचान, डॉ. दक्ष गंगवार को WII ने किया सम्मानित


पीलीभीत. बीते कुछ सालों से लगातार उत्तर प्रदेश के पीलीभीत टाइगर रिजर्व को राष्ट्रीय से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलती जा रही है. हाल ही में पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पशु चिकित्साधिकारी और एक बाघ मित्र को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए वन्यजीव सप्ताह के तहत वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने सम्मानित किया है.

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत ज़िले में तकरीबन 73000 हेक्टेयर में फैले पीलीभीत टाइगर रिजर्व लगातार बढ़ती बाघों की संख्या और बाघों के भारी भरकम क़द को लेकर देश दुनिया में फेमस हो रहा है. एक तरफ तो यह बढ़ती बाघों की संख्या पीलीभीत को देश दुनिया में प्रसिद्ध कर रही है तो वहीं दूसरी ओर जंगल से सटे इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों के लिए आफत का सबब भी बनती जा रही है. इसी के चलते आए दिन पीलीभीत में मानव और जंगली जानवरों के बीच संघर्ष की स्थिति देखने को मिलती है.

डॉ. दक्ष गंगवार को किया गया सम्मानित
इन सब के बावजूद भी बाघों के संरक्षण पर इसका प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ रहा है. पीलीभीत समेत प्रदेश भर के तमाम इलाकों में जंगल से भटक कर आबादी के बीच पहुंचे वन्यजीवों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू करने में एक्सपर्ट पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दक्ष गंगवार को हाल ही में देहरादून स्थित भारतीय वन्य जीव संस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण विभाग के महानिदेशक एवं विशेष सचिव जितेंद्र कुमार ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इसके साथ ही मानव वन्यजीव संघर्ष में महत्वपूर्ण कड़ी साबित हुई बाघ मित्रों की टीम के विनोद प्रजापति को भी विशेष सचिव ने सम्मानित किया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कर चुके हैं तारीफ
यह पहला मौका नहीं है जब पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दक्ष गंगवार को वन्यजीवों के क्षेत्र में बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया हो. इससे पहले डॉ. दक्ष को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ (उत्तरप्रदेश) द्वारा सम्मानित किया जा चुका है.

FIRST PUBLISHED : October 8, 2024, 20:51 IST



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