Ramayana is the national book of this country where there are very few Hindu know the details

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Thailand: पर्यटन के हिसाब से थाईलैंड बेहद अच्छी जगह है. थाईलैंड में हजारों द्वीप है. बहुत सी संस्कृतिक जगह हैं. और घूमने के लिए यहां पर बहुत सारे पर्यटन स्थल है. साल 2023 में जारी की गई की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में घूमने वाली जगह के मामले में पहले नंबर पर हांगकांग था. तो वहीं दूसरे नंबर पर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक थी.

जहां 21.2 मिलियन लोग घूमने गए थे. थाईलैंड में थाई मसाज भी काफी फेमस है. लोग इसके लिए भी थाईलैंड जाना पसंद करते हैं.  लेकिन थाईलैंड से जुड़ी एक बात आपको बिल्कुल नहीं पता होगी.  वह यह कि भारत का पवित्र हिंदू ग्रंथ थाईलैंड की राष्ट्रीय पुस्तक है. चलिए जानते हैं पूरी खबर. 

थाईलैंड की राष्ट्रीय पुस्तक रामायण

रामायण भारत का पवित्र ग्रंथ है. जिसमें भगवान श्री राम की कहानी है. लेकिन फिर भी  रामायण भारत की राष्ट्रीय पुस्तक नहीं है. बल्कि रामायण उस देश की राष्ट्रीय पुस्तक है. जहां हिंदुओं की संख्या बेहद कम है. थाईलैंड में रामायण को राम कियेन कहा जाता है. 

यह वाल्मीकि जी की रामायण पर आधरित है. इसे द ग्लोरी ऑफ राम भी कहा जाता है.  इसमें थाईलैंड की कुछ  पौराणिक कहानियां भी हैं. भगवान राम को थाईलैंड में खूब माना जाता है. थाईलैंड के राजा को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है. इसलिए आज भी थाईलैंड में रामायण को लेकर इतना उत्साह और इतनी श्रद्धा है.  

थाईलैंड में बेहद कम है हिंदू जनसंख्या

भले ही  थाईलैंड रामायण राष्ट्रीय पुस्तक मानी जाती है. बहुत से लोग उसका अनुयाय करते हो. लेकिन अगर जनसंख्या की बात की जाए तो थाईलैंड में हिंदुओं की जनसंख्या बेहद कम है. और यह सिर्फ आज की बात नहीं है.

थाईलैंड में हमेशा सही हिंदू अल्पसंख्यक की थे. साल 2020 की जनगणना के मुताबिक थाईलैंड में करीब 84000 हिंदू रहते हैं. जो कि आबादी का 0.1% है. लेकिन बावजूद इसके हिंदुओं का थाईलैंड में अच्छा खासा प्रभाव है.  

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