Rare coincidences are being made on Ganesh Chaturthi.. note down the time of Abhijeet Muhurta.


नरेश पारीक/ चूरू:- भगवान गणेश हिंदू धर्म में सर्वप्रथम पूजे जाने वाले देवता हैं. किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले भगवान गणेश की ही पूजा की जाती है और उन्हें हिंदू धर्म में भाग्य का भी देवता माना गया है. उन्हीं भगवान गणेश का पर्व गणेश चतुर्थी महोत्सव इस बार 7 सितंबर को मनाया जाएगा. पंडितों के अनुसार, राजयोग सहित कई विशेष योग-सयोंग के बीच इस बार गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी. ज्योतिषचार्य पंडित विष्णु दाधीच ने लोकल 18 को बताया कि भादो मास शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 7 सितंबर को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी. दोपहर 12 बजे भगवान गणेश जी का जन्म उत्सव मनाया जाता है. चतुर्थी तिथि 6 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी और 7 सितंबर की शाम 7:37 तक चतुर्थी रहेगी. दोपहर 12 बजे से 1 बजे के बीच अभिजीत मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ रहेगा. खास बात यह है कि इसी दिन 12:34 से शाम 6:34 बजे तक सवार्थ सिद्धि योग भी रहेगा. चित्रा व स्वाति नक्षत्र के युग्म संयोग और ब्रह्म योग में पूजन आरंभ होगा.

आश्रमय, दाम, वरिष्ठ व अखंड साम्राज्य योग भी रहेंगे
ज्योतिषाचार्य पंडित विष्णु दाधीच ने बताया कि गणेश चतुर्थी पर शश योग के साथ-साथ आश्रमय, दाम, वरिष्ठ व अखंड साम्राज्य योग रहेंगे. कई तरह के राजयोग भी इसी दिन आएंगे. इन योगों में पूजा करने से सुख, समृद्धि की प्राप्ति होती है. वहीं राजलक्ष्मी का लाभ होता है और रिद्धि, सिद्धि व गणेश जी की विशेष कृपा होती है. चतुर्थी पर स्नान कर गणेश जी के सामने दोनों हाथ जोड़कर मन, वचन, कर्म से इस व्रत का संकल्प करें. भगवान गणेश की प्रतिमा या चित्र सामने रखकर किसी स्वच्छ आसन पर बैठ जाएं. गणेश जी को लाल फूल समर्पित करने के साथ अबीर, कंकू, गुलाल, हल्दी, मेहंदी, मोली चढ़ाए. मोदक,लड्डू, पंचामृत और ऋतु फल का भोग लगाएं.

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इस दिन मनाया जाएगा ये त्योहार
पंडित जी ने Local 18 को आगे बताया कि भाद्रपद मास त्योहारों का महीना है 8 सितंबर को ऋषि पंचमी, गर्ग और अंगिरा ऋषि का जन्म उत्सव मनाया जाएगा. 9 सितंबर को बलदेव छठ व सूर्य षष्टी मनाएंगे. 10 सितंबर को मुक्ताभरण संतान सप्तमी वी महालक्ष्मी का व्रत आरंभ होगा. 11 को श्री दधीचि जन्मोत्सव व श्री राधा अष्टमी मनाई जाएगी. 12 सितंबर को महालक्ष्मी व्रत पूर्णता, आदुख नवमी व श्री चंद्र नवमी मनाएंगे. इसी दिन भागवत सप्ताह प्रारंभ होगा. 13 को तेजा दशमी, रामदेव जी की दशमी, 14 को पदमा जल झूलनी एकादशी व 15 को वामन जन्म उत्स्व मनाया जाएगा.

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Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.



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