Religious tourism is increasing with Char Dham Yatra in Gadwal and Adi Kailash Yatra in Kumaon


हिमांशु जोशी/ पिथौरागढ़: उत्तराखंड में जहां गढ़वाल में चारधाम यात्रा में शिवभक्तों का तांता लगा हुआ है, तो वहीं कुमाऊं में आदि कैलाश के दर्शन के लिए देश के कोने कोने से लोग आ रहे हैं. पंच केदार में से एक आदि कैलाश तक पहुंचने के लिए अब सड़क मार्ग बन गया है, जिससे ज्यादा से ज्यादा शिवभक्त यहां पहुंच रहे हैं.

केएमवीएन कर रहा यात्रा का संचालन

केएमवीएन द्वारा चलाई जा रही इस यात्रा में अतिथि देवो भव के तहत पूरी सुख सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है. आदि कैलाश को हिंदुओं का पवित्र स्थान माना जाता है. कैलाश मानसरोवर यात्रा इस साल भी ना होने से भारत के इस कैलाश के दर्शन करने के लिए यात्री काफी उत्सुक हैं.

अभी तक 171 यात्री गए आदि कैलाश

केएमवीएन पिथौरागढ़ के प्रबंधक दिनेश गुरुरानी ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक 4 दलों के 171 यात्री इस यात्रा में पहुंच चुके हैं इस बार टनकपुर से भी यात्रियों का दल आ रहा है. इस बार पिछले साल की तुलना में यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, साथ ही उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखने के साथ ही उन्हें पर्यावरण संरक्षण से जोड़ा जा रहा है.

देश के हर कोने से आ रहे यात्री

आदि कैलाश पिथौरागढ़ जिले में पड़ता है और इस यात्रा में देखा जाए, तो सीनियर सिटीजन बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.आदि कैलाश यात्रियों में उत्सुकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि  शिवभक्त देश के कोने कोने से पहुंच रहे हैं. यहां पहुंचे यात्रियों से बातचीत में सभी लोग आदि कैलाश की इस यात्रा को लेकर काफी उत्साहित दिखे हैं.

5000 से ज्यादा लोगों को मिली परमिशन

मई महीने की शुरुआत से ही 5000 से ज्यादा इनर लाइन परमिट प्रशासन द्वारा जारी किए गए हैं, जिसमें से 4000 बाहरी राज्य के लोग अब तक आदि कैलाश के दर्शन कर चुके हैं. एक तरफ गढ़वाल में चारधाम यात्रा तो वहीं कुमाऊं में आदि कैलाश यात्रा को लेकर भक्तों में भारी आस्था देखी जा रही है. जिससे यहां धार्मिक पर्यटन को पंख लगा रहा है.

Tags: Adi Kailash Yatra, Hindi news



Source link

x