Sagar Police accused of threatening people and extorting call details, Deputy CM ordered investigation
सागर. सागर जिले की पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने लोगों की कॉल डिटेल निकालकर उन्हें धमकाया और वसूली की. इस मामले को लेकर पूर्व गृहमंत्री और खुरई से विधायक ‘भूपेंद्र सिंह’ ने ‘उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला’ से शिकायत की है और ‘मुख्यमंत्री मोहन यादव’ और ‘पुलिस प्रमुख डीजीपी’ को पत्र लिखकर इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है.
वहीं, सागर पुलिस का कहना है कि उनके पास अभी तक इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत नहीं आई है. हालांकि, भूपेंद्र सिंह के पूर्व गृहमंत्री होने के नाते पुलिस इसे गंभीर मान रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भूपेंद्र सिंह खुद उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलकर मामले की जानकारी लेंगे, और जांच के बाद यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. पुलिस का कहना है कि बिना अनुमति के कॉल डिटेल निकालना निजता का उल्लंघन है और यह कानूनन नहीं हो सकता.
घटना का खुलासा
भूपेंद्र सिंह ने जिला योजना समिति की बैठक में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में ‘उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल’ के सामने यह सनसनीखेज आरोप लगाया. इस पर एसपी ने कहा कि यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है, लेकिन भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वह खुद भी गृह मंत्री रह चुके हैं और इस मामले की पूरी जानकारी रखते हैं. इस पर ‘डिप्टी सीएम’ ने मामले को गंभीर मानते हुए ‘जांच के आदेश’ दिए हैं.
पुलिस की प्रतिक्रिया
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले 5-6 महीनों से इस तरह की शिकायतें आ रही थीं, और उन्होंने पहले पुलिस अधीक्षक से भी संपर्क किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. भूपेंद्र सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि ‘आईजी’ और ‘एसपी’ की अनुमति के बिना कॉल डिटेल निकाली जा रही हैं, और उन्होंने यह सवाल उठाया कि यह डिटेल किसके लिए और क्यों निकाली जा रही है, और इसका **मिसयूज** कहां हो रहा है.
पुलिस का बयान
एडिशनल एसपी संजीव कुमार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि **सीडीआर (Call Detail Records)** निकालने के लिए किसी भी पुलिस अधिकारी को विशेष अनुमति की जरूरत नहीं होती, लेकिन यह केवल उन्हीं मामलों में किया जाता है, जिनमें अपराधी संदिग्ध होते हैं. इस मामले में पूर्व गृहमंत्री ने शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई विशिष्ट व्यक्ति सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से भूपेंद्र सिंह से मिलकर जानकारी लेंगे और यह पता करेंगे कि कौन से लोग प्रभावित हैं और उनकी कॉल डिटेल क्यों निकाली गई. इसके बाद, जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
सागर पुलिस में लंबे समय से काम कर रहे कर्मचारी
सूत्रों के अनुसार, किसी भी व्यक्ति की कॉल डिटेल निकालना कोई कठिन काम नहीं है। अगर कोई अपराधी होता है, और उसके संपर्क में कोई और व्यक्ति भी संदेह के घेरे में आता है, तो पुलिस उन लोगों की कॉल डिटेल निकाल सकती है। सागर पुलिस में कई कर्मचारी 15-20 साल से जमे हुए हैं, और हो सकता है कि कुछ कर्मचारी इस स्थिति का गलत फायदा उठाते हों। जिले में करीब 1600 पुलिसकर्मी कार्यरत हैं, और यदि उनमें से एक प्रतिशत भी गलत काम कर रहे हैं, तो इससे बड़ा भ्रष्टाचार हो सकता है.
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FIRST PUBLISHED : November 8, 2024, 15:04 IST